Kosi Live-कोशी लाइव BIHAR:"गलत पहचान में शिक्षिका शिवानी की हत्या, असली सुpari दूसरी टीचर की थी" - Kosi Live-कोशी लाइव

KOSILIVE BREAKING NEWS

Friday, December 5, 2025

BIHAR:"गलत पहचान में शिक्षिका शिवानी की हत्या, असली सुpari दूसरी टीचर की थी"

अररिया में 3 दिसंबर को एक BPSC शिक्षिका शिवानी वर्मा (25) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश की मूल निवासी शिवानी स्कूल जा रही थीं, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गर्दन में गोली मार दी।

पुलिस ने इस मामले को 48 घंटे के भीतर सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने दो शूटरों मोहम्मद मारूफ और मोहम्मद सोहैल को गिरफ्तार किया है। हत्या में इस्तेमाल की गई एफजेड बाइक, एक देसी कट्टा और अपराधियों के कपड़े भी बरामद किए गए हैं।

3 लाख रुपए में इस काम के लिए हायर किया था

जांच में सामने आया कि इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता फारबिसगंज की हुश्न आरा है। हुश्न आरा ने अपने पति के कथित अवैध संबंध के शक में एक अन्य शिक्षिका की हत्या की सुपारी दी थी। उसने राजा और छोटू नामक व्यक्तियों को 3 लाख रुपए में इस काम के लिए हायर किया था।

दोनों शिक्षिकाएं एक ही रास्ते से स्कूटी पर आती थीं

अपराधियों ने पहले लक्षित शिक्षिका की रेकी की थी। हालांकि, जिस दिन घटना हुई, लक्षित शिक्षिका छुट्टी पर थी। चूंकि दोनों शिक्षिकाएं एक ही रास्ते से स्कूटी पर आती थीं, अपराधियों ने गलती से शिवानी वर्मा को निशाना बना लिया, जिससे उनकी मौत हो गई।

'CCTV फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों तक पहुंच बनाई'

अररिया के SP अंजनी कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि SIT ने CCTV फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों तक पहुंच बनाई। हुश्न आरा सहित कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।


Sp ने विस्तार से बताया


घटना 03 दिसंबर 2025 की सुबह लगभग 9:20 बजे हुई, जब शिक्षिका शिवानी वर्मा विद्यालय जाने के क्रम में कन्हैली शिव मंदिर के पास पहुंची थीं। तभी दो बाइक सवार अपराधियों ने पीछे से गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल शिवानी को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए फारबिसगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष अन्वेषण दल (SIT) का गठन किया गया। इसमें नरपतगंज, फुलकाहा, घुरना, फारबिसगंज थानों के थानाध्यक्षों के साथ DIU की टीम शामिल थी। SIT ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी व वैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर पूरे मामले को सुलझाते हुए अभियुक्तों की पहचान की।


    


पुलिस ने जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उनमें मो० मारूफ, पिता मो० ताहिर, निवासी रामपुर वार्ड 01, फारबिसगंज शामिल है, जिसने कट्टे से गोली चलाई थी। दूसरा अभियुक्त मो० सोहैल, पिता फिरोज, निवासी रेफरल अस्पताल रोड, फारबिसगंज है, जो मारूफ के साथ घटना में शामिल था। वहीं इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुशनन उर्फ हुश्न आरा, पति मो० साकिर, निवासी फारबिसगंज को भी गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। हुश्न आरा को संदेह था कि उसके पति के किसी दूसरी महिला शिक्षिका से अवैध संबंध हैं। इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस शिक्षिका को मारने की साजिश रची। हत्या की सुपारी 3 लाख रुपये में मारूफ और सोहैल को दी गई थी। दोनों अपराधियों को महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, उसका आने-जाने का मार्ग और समय तक बता दिया गया था। लेकिन जिस शिक्षिका को मारने की योजना थी वह उस दिन अवकाश पर थी, जबकि दोनों शिक्षिकाओं के मार्ग और स्कूटी एक जैसी होने के कारण अपराधियों ने गलती से शिवानी वर्मा को ही टारगेट समझकर गोली मार दी। घटना से एक दिन पहले दोनों अपराधियों ने तय जगहों की रेकी की थी और घटना के दिन शाहनवाज से बाइक लेकर शिव मंदिर के पास घात लगाकर बैठे थे।

पुलिस ने उनके पास से हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा, यामाहा FZ बाइक और घटना के दौरान पहने गए कपड़े व जूते बरामद किए हैं। छापेमारी दल में SDPO फारबिसगंज मुकेश कुमार साहा, SDPO अररिया सुशील कुमार, थानाध्यक्ष नरपतगंज संजय कुमार, थानाध्यक्ष फारबिसगंज राघवेन्द्र कुमार सिंह, थानाध्यक्ष जोकीहाट राजीव कुमार झा, थानाध्यक्ष फुलकाहा विकास कुमार मौर्य, थानाध्यक्ष घुरना मुकेश कुमार और DIU टीम शामिल थी। पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द सभी को पकड़ लिया जाएगा।