मधेपुरा/सिंहेश्वर हत्या कांड का खुलासा: छह आरोपी गिरफ्तार, दोस्त ही निकले कातिल; नशा और पैसे के विवाद में गई अस्मित आनंद की जान
सिंहेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत बुढ़ावे पुल के नीचे मिले युवक के शव मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्या कांड में शामिल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान सहरसा जिला के शाहपुर वार्ड संख्या सात निवासी अस्मित आनंद उर्फ विनीत (पिता–अभय कुमार यादव) के रूप में हुई थी।
कैसे हुआ मामला उजागर
एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि गत दिनों बुढ़ावे पुल के नीचे एक युवक का शव बरामद हुआ था। पहचान नहीं होने के कारण पुलिस ने इसे चैलेंज के रूप में लेते हुए एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की। इस दौरान तकनीकी एवं गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सुपौल जिला के जदिया मानगंज वार्ड 10 निवासी राजमणि कुमार को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में राजमणि ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह और मृतक अस्मित मधेपुरा स्थित एक बैंक में काम करते थे, जहां पैसों की हेराफेरी के कारण दोनों को हटा दिया गया था। इसके बाद भी दोनों के बीच नशा और पैसों को लेकर विवाद बना रहता था।
नशे में अचेत पड़ा दोस्त, मौके का फायदा उठाकर फेंका शव
राजमणि ने बताया कि घटना वाले दिन वह और अस्मित साथ में नशा कर रहे थे। नशा करने के बाद अस्मित अचेत हो गया। इसके बाद राजमणि ने अपने मामा श्रवण कुमार (निवासी–कुमारखंड थाना क्षेत्र, वार्ड 11) को बुलाया और पूरी योजना बनाई।
मौसम कुमार के स्कॉर्पियो (BR-11V-7565) की मदद से उन्होंने शव को गाड़ी में लादा और सहयोगियों—
- बादल कुमार (मानगंज वार्ड 10)
- शेल्टु कुमार (मानगंज वार्ड 9)
- ललटू कुमार
सहित अन्य लोगों की मदद से शव को सिंहेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत बुढ़ावे पुल के नीचे फेंक दिया।
बरामदगी और साक्ष्य
पुलिस ने छापेमारी कर घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो के अलावा मृतक का हेलमेट राजमणि के घर से बरामद किया।
घटना में शामिल आरोपियों के चार मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि मृतक की मोटरसाइकिल और एक युवक नीतीश की तलाश अभी जारी है।
शव की पहचान ऐसे हुई
मृतक 17 नवंबर को घर से मधेपुरा एक कॉलेज में सीएलसी निकालने गया था, जिसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चला। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक शव की तस्वीर देखकर शक हुआ। परिजन सिंहेश्वर थाना पहुंचे और शव की पहचान अस्मित आनंद के रूप में की।
शव की पहचान होते ही परिवार में कोहराम मच गया।
विशेष टीम ने की कार्रवाई
एएसपी ने बताया कि इस मामले को पुलिस टीम ने चुनौती की तरह लिया था। जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें शामिल थे—
- सिंहेश्वर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह
- शंकरपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार
- एसआई मृत्युंजय कुमार, सुड्डू कुमार, गुड़िया कुमारी
- टेक्निकल सेल के अनिमेष कुमार, अशोक कुमार, राहुल कुमार
लगातार तकनीकी निगरानी, मोबाइल लोकेशन और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही घटना के शेष पहलुओं को भी सामने लाने की बात कही है।