हालांकि, पुलिस के हाथ कुछ खास सुराग नहीं लग पाया था। मगर तीन साल बाद प्रेमी की एक गलती से पुलिस उस तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार युवक का नाम मोहसिन हाशमी है। वह मूलरूप से सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर का रहने वाला है। बीते 5-6 सालों से वह दिल्ली में रहकर काम कर रहा था। वह पुरानी दिल्ली के अजीत नगर की गली नबर एक में रहता था। इसी दौरान उसे वहां रहने वाली एक युवती से प्रेम हो गया।
इस बीच युवती के पिता की मौत हो गई। पिता के जाने के बाद लड़की की मां ने भी दूसरी शादी कर ली। इससे युवती अकेली पड़ गई। इसी दौरान मोहसिन से उसकी नजदीकियां बढ़ने लगीं। फिर मोहसिन ने मौके देखकर युवती को भगा लिया और बिहार ले आया।
फोन से सिम निकाल ली थी, 3 साल बाद गलती कर दी
युवती की मां की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने युवती का अपहरण का केस दर्ज किया था। इसकी जांच चल रही थी। बिहार आने के बाद प्रेमी जोड़े ने अपने-अपने मोबाइल फोन से सिम निकाल कर रख दी थी। मगर तीन साल बाद जैसे ही फोन में उन्होंने सिम कार्ड डाला कि दिल्ली पुलिस को सूचना मिल गई। पुलिस ने तुरंत लोकेशन ट्रैक करके उनका ठिकाना खोजा।
फिर दिल्ली पुलिस के एएसआई राजीव मलिक एवं कांस्टेबल आशा मधेपुरा के कुमारखंड प्रखंड पहुंचे। उन्होंने श्रीनगर ताना क्षेत्र के रामनगर बाजार से आरोपी मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे आगे की कार्रवाई के लिए दिल्ली ले गई है।