सहरसा में बड़ी बहन की शादी में नया लहंगा नहीं मिलने से नाराज़ एक नाबालिग लड़की ने सल्फास की गोली खाकर अपनी जान दे दी। मामला सहरसा के बिहरा थाना क्षेत्र के दुम्मा गांव का है। परिजन शुरू में इसे मानसिक तनाव से जुड़ा मामला बता रहे थे, लेकिन भास्कर की पड़ताल में चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है।
मृतका के कोचिंग में पढ़ने वाली छात्राओं ने खुलासा किया है कि वह अपनी बहन की शादी में लहंगा खरीदवाने की जिद कर रही थी। परिजनों ने उसे डांट-फटकार कर मना कर दिया। इससे उसने गुस्से में आकर गेहूं में रखे कीड़ा मारने वाले सल्फास की गोली खा ली।

सोमवार रात इलाज के दौरान हुई मौत
यह घटना सोमवार की है। 16 वर्षीय आरती कुमारी, जो सहरसा शहर के प्रीमियम कोचिंग संस्थान में पढ़ती थी, ने घर में सल्फास खा ली। आनन-फानन में परिजनों ने उसे सूर्या अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान रात 8:30 बजे उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलने पर सहरसा सदर थाना पुलिस रात 10:00 बजे अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू की। मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कोचिंग फीस या लहंगा, कोचिंग की सहेलियों ने खोला राज
घटना के बाद परिजन ने पुलिस को बताया कि आरती मानसिक रूप से ठीक नहीं थी। कोचिंग की फीस नहीं भर पाने के तनाव में थी, इसलिए उसने जहर खाया। वहीं, जब भास्कर टीम मंगलवार शाम को कोचिंग सेंटर पहुंची और अन्य छात्राओं से बात की, तो असली वजह सामने आई।
संस्थान में फीस का नहीं था कोई दबाव
एक अन्य छात्रा मुनचुन कुमारी ने बताया कि आरती चार साल से कोचिंग में पढ़ रही थी और हाल ही में फीस जमा नहीं कर पाई थी, लेकिन कोचिंग संस्थान की ओर से उस पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। गांव की एक और छात्रा पूजा कुमारी ने भी लहंगे की मांग को ही आत्महत्या की वजह बताया।
मौत का कारण स्पष्ट नहीं, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलने पर सहरसा सदर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया है। थाना प्रभारी सुबोध कुमार ने बताया कि,
बिहरा थाना इस पूरे मामले की अलग से जांच कर रही है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है, जिसमें पारिवारिक तनाव, कोचिंग फीस, और मानसिक स्थिति जैसे बिंदु शामिल हैं।