एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौजूद लोग शादी समारोह में बाकी लोगों को गिफ्ट देने के लिए शराब की बोतलें भी ले जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना में दो वाहन भी जब्त कर लिए हैं। पुलिस ने बताया कि 40 लोगों के अलावा सात शराब व्यापारियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनसे शादी में शामिल लोगों ने शराब खरीदी थी। पुलिस ने बताया कि सारी शराब भी जब्त कर ली गई है।
सादा कपड़ों में पुलिस चला रही अभियान
इस मामले को लेकर एक्साइज इंस्पेक्टर शिवेंद्र झा ने बताया कि पुलिस की यह रेड उस अभियान का हिस्सा था जिसके तहत अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वालों पर नकेल कसने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि अलग-अलग जिलों में पुलिस टाइम-टाइम पर ऐसे अभियान को चलाती रहती है।
इस बारात पर पुलिसवालों ने सादा कपड़ों में नजर रखी हुई थी। ये पुलिस वाले शराब कारोबारियों पर भी पैनी नजर बनाए हुए थे। जब पता चला कि शादी में शराब परोसे जाने की सूचना बिल्कुल पुख्ता है तो इन पुलिसवालों ने इस बात की जानकारी बड़े अफसरों को दी। सूचना पुख्ता होने के बाद पुलिस ने यहां पर रेड की और 40 लोगों को अरेस्ट कर लिया।
पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार के अधिकारियों को लगाई थी फटकार
पिछले महीने पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार के अफसरों को राज्य में पूर्ण शराबबंदी को लेकर फटकार लगाते हुए कहा था कि उन्हें यह कानून इसलिए पसंद है क्योंकि इससे उन्हें बड़ी कमाई होगी। जस्टिस पूर्णेंदू सिंह ने कहा, ‘न केवल पुलिस अधिकारी, आबकारी अधिकारी, बल्कि स्टेट टैक्स डिपॉर्टमेंट और ट्रांसपोर्ट डिपॉर्टमेंट के अधिकारी भी शराबबंदी से खुश हैं, क्योंकि उनके लिए इसका मतलब है मोटी कमाई।