स्कूल की गलती की सजा कहीं परीक्षार्थियों को ना मिल जाए। बिहार बोर्ड के कहने के बावजूद प्रदेश के कई स्कूलों ने मैट्रिक परीक्षा के विज्ञान के प्रायोगिक परीक्षा का अंक और सामाजिक विज्ञान के प्रोजेक्ट वर्क के अंक को बोर्ड के पास नहीं भेजा है। जबकि पहले ही सभी स्कूलों को यह अंक भेजने का निर्देश बोर्ड द्वारा दिया गया था।
अब जब मैट्रिक के रिजल्ट की तैयारी चल रही है तो कई स्कूलों की गलती सामने आयी हैं। स्कूल प्रशासन से कई विद्यार्थियों के अंक अभी तक बोर्ड को नहीं भेजे हैं। बोर्ड के संज्ञान में आने के बाद संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय को इसकी सूचना दी गयी है। आपको बता दें कि इसमें पूर्णिया, जमुई, बेगूसराय, बांका, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, कैमूर, गया, नवादा और सारण जिला शामिल हैं।
स्कूल की गलती की सजा कहीं परीक्षार्थियों को ना मिल जाए। बिहार बोर्ड के कहने के बावजूद प्रदेश के कई स्कूलों ने मैट्रिक परीक्षा के विज्ञान के प्रायोगिक परीक्षा का अंक और सामाजिक विज्ञान के प्रोजेक्ट वर्क के अंक को बोर्ड के पास नहीं भेजा है। जबकि पहले ही सभी स्कूलों को यह अंक भेजने का निर्देश बोर्ड द्वारा दिया गया था।
अब जब मैट्रिक के रिजल्ट की तैयारी चल रही है तो कई स्कूलों की गलती सामने आयी हैं। स्कूल प्रशासन से कई विद्यार्थियों के अंक अभी तक बोर्ड को नहीं भेजे हैं। बोर्ड के संज्ञान में आने के बाद संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय को इसकी सूचना दी गयी है। आपको बता दें कि इसमें पूर्णिया, जमुई, बेगूसराय, बांका, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, कैमूर, गया, नवादा और सारण जिला शामिल हैं।