सहरसा। कुख्यात रामानंद पहलवान की हत्या में नक्सलियों और अपराधियों की सांठगांठ की बात सामने आते ही पुलिस सक्रिय हो गयी है। दियारा क्षेत्र में एक बार फिर एसटीएफ की पूरी टीम उतर गई है। शुक्रवार के सुबह से ही महिषी थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एसटीएफ ने कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। इसमें एक व्यक्ति को हिरासत में लेने की बात सामने आ रही है।
एसटीएफ जवानों ने तटबंध के भीतर रखठी, टिकोलावा, रक्सा, सिरसिया, धनौज धर्मपुर के कई ठिकानों पर नक्सलियों के छिपने की आशंका पर छापामारी की है। महिषी थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया रामानंद की हत्या के बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली मनोज सदा, संजय सदा इत्यादि इसी इलाके में अपना ठिकाना बनाकर छुए हैं। जिसको लेकर एसटीएफ के साथ कार्रवाई की जा रही है। बताया कि यह सर्च अभियान लगातार चलता रहेगा।
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प्राथमिक विद्यालय धनौज पर एसटीएफ ने डाला डेरा
रामानंद की हत्या के बाद एसपी राकेश कुमार ने अपराधों व नक्सलियों गठजोड़ को ध्वस्त करने के लिए पुलिस मुख्यालय से एसटीएफ मंगवा कर दियारा को छावनी में तब्दील कर दिया है। लगभग 40 की संख्या में एसटीएफ के जवान राजनपुर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय धनोज में कैंप कर रहे हैं। एसटीएफ के जवानों ने कई माह का राशन पानी सारी व्यवस्था के साथ दियारा के इलाके को अपना ठिकाना बनाया है। जहां से लगातार नक्सलियों एवं अपराधियों के विरुद्ध सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। यही नहीं दरभंगा एसपी मीनू कुमारी सहरसा सीमा से सटे कई थानों की पुलिस के द्वारा छापामारी अभियान चला रही है। सूत्र की मानें तो अपराधियों और नक्सलियों में इस अभियान को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
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मक्के का घना फसल सर्च ऑपरेशन में डाल रहा है बाधा
जहां एक तरफ एसटीएफ पुलिस का अपराधियों और नक्सलियों के विरुद्ध सर्च अभियान जारी है वहीं क्षेत्र के अधिकांश भूभाग में लंबे-लंबे मक्के की फसल सर्च ऑपरेशन में बाधा डाल रही है। यहां बता दें कि अन्य वर्षों में भी जब मक्के की फसल बड़ी होती थी, उस वक्त दियारा में इस फसलों की आड़ लेकर नक्सलियों का जत्था विचरण करता था। मक्के की फसल के बीच नक्सली व अपराधी अक्सर छुप जाते हैं।