सहरसा। महिषी प्रखंड अंतर्गत राजनपुर पंचायत के धनौज धर्मपुर गांव के मुंगेर के नेशनल हॉस्पिटल में कार्यरत सुशांत कुमार उर्फ टूनटून साह एवं सुपौल जिले के हरदी गांव निवासी विवेक कुमार ने कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीत ली। 13 दिनों तक इलाज के बाद दोनों घर पहुंचा है और दोनों 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहेगा। भागलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के बाद दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। दोनों मुंगेर के युवक सैफ के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ था।
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कैसे हुआ सुशांत संक्रमित बताया आपबीती :
घर लौटे सुशांत कुमार बुधवार को कोशी लाइव को बताया के नेशनल हॉस्पिटल, मुंगेर छोटी केलवारी थाना तोपखाना बाजार में एक नर्सिंग होम में काम कर रहे थे जहां कतर से लौटे मोहम्मद सैफ बीमार होकर हॉस्पिटल में प्रथम बार उपचार के लिए आया था। जहां मोहम्मद सैफ को काफी सांस फुल रहा था मैंने उनकी जानकारी अपने डॉ एम. ऐयुब आलम को दिया जिसके बाद उन्होंने बताया कि उनको पटना एम्स भेज दो। उसकी किडनी खराब हो रही है। मैं उनके संपर्क में आया था। जैसे ही खबर टीवी पर चला के मोहम्मद सैफ कोरोना से संक्रमित था हॉस्पिटल में भी हड़कंप मच गया। सभी लोग भागलपुर के पहले जांच के लिए गये। पटना गए थे, लेकिन वहां कोई जांच नहीं हो पाया। जिसके बाद मुंगेर लौटकर डॉक्टर के माध्यम से भागलपुर पहुंचे जहां जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। परिवार की दुआ व आत्मविश्वास के कारण आज कोरोना को हराकर घर पहुंचा है। उन्होंने बताया कि विवेक कुमार जो मेरे संपर्क में संक्रमित हो गया था वह भी कोरोना वायरस से जंग जीतकर सुबह अपने घर सुपौल जिला के हरदी चौघारा पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि मुझे छुट्टी के बाद 14 दिन तक घर ही में रहना है। परिवार के किसी भी व्यक्ति में संपर्क में नहीं जाना है।
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कोरोना को हराने के बाद लौटी मुस्कान
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सुपौल जिले के हरदी चौघारा गांव का रहने वाला विवेक कुमार जो अपना पता अस्पताल में सहरसा जिला अंकित करा दिया था वह भी जंग जीतकर अपने घर वापस हो गए। बुधवार को बताया था कि मैं नेशनल हॉस्पिटल ही में कार्यरत था तथा सुशांत कुमार के संपर्क में आने से ही मैं भी कोरोना से संक्रमित हो गया था। अब जंग जीतकर स्वास्थ्य हूं और चेहरे पर मुस्कान लौटी है। बताया कि अभी भी सचेत रहना है तथा 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना है। उन्होंने कहा कि जब कतर से लौटे मरीज से सुशांत के संपर्क में आया और उसके बाद मैं इनके संपर्क में आया तभी ही मैं भी संक्रमित हो गया था मेरे साथ दो और भी युवक था जो ठीक होकर अपने घर लौट गए ।
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क्या कहते हैं ग्रामीण
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राजनपुर पंचायत की उपमुखिया रूणा देवी एवं सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश कुमार कहते है के बहुत खुशी हुई आखिरकार कोरोना हार गया और सुशांत जिदगी का जंग जीत कर सुशांत घर वापस चले आए। हालांकि अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि पॉजिटिव मरीज अगर ठीक भी हो जाए तो 14 दिन में अपने परिवार से भी अलग रहे तथा सावधानी बरतें। जिसके चलते ग्रामीण भी अलग-थलग हैं। लेकिन एक तरफ खुशी भी है तो दूसरी तरफ कोरोना का डर भी गांव वालों को हो रहा है ।
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कहते हैं सीएस
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सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने कहा कि कोरोना को हराकर घर लौटे सुशांत को होम क्वारंटाइन किया गया है। गांव के लोगों को दहशत में रहने की कोई जरूरत नहीं है। सुशांत को सतर्क रहने की जरूरत है इसके लिए उनको मेडिकल के द्वारा सुझाव दिया गया होगा और आप लोग भी उनको सुरक्षित रखें