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Wednesday, December 17, 2025

MADHEPURA:बिहारीगंज–कुरसेला नई रेल लाइन की DPR तैयार, 3 जिलों को मिलेगा सीधा लाभ

बिहारीगंज–कुरसेला नई रेल परियोजना को मिली रफ्तार, डीपीआर तैयार; जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

बिहारीगंज (मधेपुरा)। 57.35 किलोमीटर लंबी बिहारीगंज–कुरसेला प्रस्तावित नई रेल परियोजना को लेकर बड़ी प्रगति सामने आई है। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद इस बहुप्रतीक्षित रेल लाइन की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। अब परियोजना के पुराने लागत अनुमान को रिवाइज किया जा रहा है। संशोधित एस्टीमेट तैयार होने के बाद इसे नीति आयोग से स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

रेलवे सूत्रों के अनुसार, निर्माण सामग्री की कीमतों में बढ़ोतरी, लेबर कॉस्ट में इजाफा और सर्किल रेट बढ़ने के कारण भूमि अधिग्रहण पर पहले की तुलना में अधिक खर्च आने की संभावना है। इसी वजह से करीब 16 साल पुराने एस्टीमेट को संशोधित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि करीब तीन माह पूर्व कोलकाता की एक निजी कंपनी द्वारा इस रेल लाइन का डिजाइनिंग और सर्वे कार्य पूरा किया गया था।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में रेलवे बोर्ड ने 170.8 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। प्रस्तावित रेल लाइन मधेपुरा जिले के बिहारीगंज से शुरू होकर पूर्णिया जिले के धमदाहा, माधोपुर, सिरसा, कसमरा, दुर्गापुर, रूपौली, धूसर टीकापट्टी होते हुए कटिहार जिले के कुरसेला तक पहुंचेगी।

इस रेल लाइन के चालू होने से मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार जिलों के दियारा और दुरूह इलाकों में रहने वाले लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी। साथ ही क्षेत्र के किसानों को मक्का, गेहूं, पाट और गन्ना जैसी नकदी फसलों को बाजार तक पहुंचाने में बड़ी सहूलियत होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

2008-09 के बजट में मिली थी स्वीकृति

इस रेल परियोजना को पहली बार बजट सत्र 2008-09 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा स्वीकृति दी गई थी। उस समय 57.35 किलोमीटर लंबी इस परियोजना के लिए 192.56 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी, जिसमें से 42.99 करोड़ रुपये परियोजना की प्रगति के लिए आवंटित भी किए गए थे। इसके बाद 7 फरवरी 2009 को रूपौली में तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा इसका शिलान्यास किया गया था।

रेल मंत्रालय की ओर से कराए गए सर्वे के आधार पर प्रस्तावित रूट मैप में रेलवे स्टेशन और क्रॉसिंग स्थलों को चिह्नित किया गया था। योजना के अनुसार इस रेल लाइन पर 74 पुल, 47 समपार फाटक, तीन स्टेशन और चार हाल्ट के निर्माण का लक्ष्य तय किया गया था।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि बिहारीगंज–कुरसेला नई रेल परियोजना की डीपीआर तैयार हो चुकी है। एस्टीमेट रिवाइज कर नीति आयोग से स्वीकृति लेने के बाद जल्द ही निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। क्षेत्रवासियों को अब इस बहुप्रतीक्षित रेल लाइन के साकार होने की उम्मीद फिर से जगी है।