विपक्ष के नेता नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं तो वहीं पाकिस्तान से डॉन शहजाद भट्टी ने धमकी तक दे दी है. इन सबके बीच खबर है कि जिस महिला चिकित्सक का हिजाब हटाने का प्रयास मुख्यमंत्री ने किया था उसने बिहार को छोड़ दिया है.
घटना के बाद कोलकाता गईं नुसरत परवीन
दरअसल मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि नुसरत परवीन अपने परिवार के पास कोलकाता चली गई हैं. इतना ही नहीं वे अपने साथ हुई घटना से इतनी आहत हैं कि उन्होंने फैसला किया है कि वह इस इस नौकरी (आयुष चिकित्सक) को नहीं करेंगी. यानी उन्होंने नीतीश सरकार की नौकरी को ठुकरा दिया है. इस पूरे विवाद के बाद सोशल मीडिया पर नीतीश सरकार की किरकिरी भी हो रही है.
नुसरत परवीन को लगा गहरा सदमा
हालांकि नुसरत के फैसले पर परिवार और उनके दोस्त समझा रहे हैं लेकिन देखना होगा कि अब आगे वे इस पर क्या कुछ अंतिम निर्णय लेती हैं. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनके साथ जो हुआ उससे उन्हें (नुसरत) गहरा सदमा लगा है. उनके साथ जो कुछ हुआ वह उन्हें अच्छा नहीं लगा. जो हुआ वह एक लड़की होने के नाते उनके लिए अपमान सा है. नुसरत ने इस घटना के बारे में पहले अपने भाई को ही बताया था. महिला डॉक्टर के भाई ने कहा है कि इस घटना से आहत होकर ही उनकी बहन ने नौकरी नहीं करने का फैसला किया है.
बता दें कि हिजाब विवाद की चर्चा बिहार से अधिक दूसरे राज्यों में हो रही है. नीतीश कुमार को घेरा जा रहा है. हालांकि जेडीयू की ओर से इस पूरे विवाद पर सफाई में यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज के लिए काम किया है. पसमांदा समाज को आगे बढ़ाया है.
दूसरी ओर अगर नुसरत ने इस तरह का फैसला किया है और वे अपनी बात पर अडिग रहीं तो फिर देखने वाली बात होगी कि इस पर सरकार का क्या स्टैंड होता है. फिलहाल इस मुद्दे की देशभर में चर्चा हो रही है. तरह-तरह की टिप्पणी हो रही है.