पटना – दरअसल, महुआबाग में लालू-राबड़ी का नया महल बन रहा है. जी हां, वही बंगला जिसकी तस्वीरें आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. और बिहार की सियासत का तापमान चढ़ने लगा है.
ईंट-सीमेंट अभी पूरा लगा भी नहीं कि दिल्ली से लेकर पटना तक आरोपों, सवालों और बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है. इन दिनों बयानों और बवालों की आंधी उठ रही है. जिसका नजारा विधानसभा सत्र के दौरान भी देखने को मिला.
'महुआबाग पैलेस' या 'लैंड फॉर जॉब टावर'
मंगलवार को बीजेपी ने निर्माणाधीन बंगले का वीडियो ट्वीट किया. जिससे बिहार की सियासत को गर्म कर दिया. प्रवक्ता नीरज कुमार ने तीखा हमला बोला, उन्होंने कहा- ये बंगला लूट की कमाई से बन रहा है. जिस जमीन पर निर्माण चल रहा है, वह तो ईडी ने जब्त कर ली थी. इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दे डाली- लूट की संपत्ति टिकती नहीं है, ईडी फिर से आएगी. तब क्या था, सोशल मीडिया पर चर्चाओं का सैलाब आ गया. किसी ने इसे 'महुआबाग पैलेस' कहा, तो किसी ने 'लैंड फॉर जॉब टावर'.
'पुरानी जमीन है, बेवजह बखेड़ा!'
बुधवार को विधानसभा परिसर में लालू का महल चर्चा में रहा. मीडिया ने जब इस मुद्दे पर राजद के विधायक भाई वीरेंद्र से सवाल किया. उन्होंने कहा, ये जमीन बहुत पहले ली गई थी. किसी से छीनी नहीं गई है. मकान बन रहा है, तो कौन सी बड़ी बात है! लेकिन विवाद बढ़ा तब, जब एक पत्रकार ने तेजस्वी यादव का नाम लिया. तुरंत भाई वीरेंद्र का 'क्लासिक मूड' ऑन हो गया- "पगला गया है क्या रे!" बस… यही एक लाइन अब पूरे सोशल मीडिया पर नजर आ रहा है.
ईडी की सील और महुआबाग का प्लॉट? सस्पेंस बरकरार
जुलाई 2023 में ईडी ने 'लैंड फॉर जॉब' केस में लालू परिवार की कई संपत्तियां सील की थीं. महुआबाग वाली जमीन भी उसी लिस्ट में दर्ज थी. अब बड़ा सवाल यही है कि क्या नया बंगला उसी सील की गई जमीन पर बन रहा है या किसी दूसरी पुरानी संपत्ति पर? राजद का कहना है कि जमीन पुरानी है. बीजेपी कहती है- नहीं, यह लूट की जमीन है. सच क्या है, यह भी बिहार की राजनीति की तरह फिलहाल पेचीदा है.
एक घाव भरा नहीं दूसरा कुरेदा जा रहा!
इधर, लालू का नया बंगला तो विवाद में है ही, इधर, राबड़ी का सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड को लेकर भी सियासत जारी है. नीतीश सरकार ने राबड़ी देवी को 39 हार्डिंग रोड का नया घर आवंटित किया, पुराना खाली करने का नोटिस भी दिया गया है लेकिन राजद की साफ लाइन है, 'नहीं छोड़ेंगे!' बता दें कि राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने ये साफ कह दिया कि – जो करना है करें, बंगला खाली नहीं होगा." वहीं, बिहार के गृह मंत्री ने भी साफ कह किया है. बंगला तो खाली करना ही होगा.