कटिहार में जेडीयू उम्मीदवार विजय सिंह के समर्थन में आयोजित रैली में सरमा ने राहुल गांधी को 'देश का दुश्मन' तक कह डाला. उन्होंने राहुल के हालिया '10% आर्मी' वाले बयान को देश की सुरक्षा पर हमला बताया.
राहुल गांधी पर 'पागलपन' का आरोप
कटिहार में पत्रकारों से बातचीत के दौरान हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को 'पागल' कहा और दावा किया कि 'उनका स्क्रू ढीला है.' उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी जो भी बोलते हैं, बिना सोचे बोलते हैं. अगर भारत का पाकिस्तान से युद्ध हो, तो क्या वह सेना को 10-20 प्रतिशत में बांटेंगे?' सरमा ने कहा कि राहुल गांधी के ऐसे बयान सेना के मनोबल को तोड़ने वाले हैं और देश को उन्हें 'आधिकारिक रूप से पागल' घोषित करना चाहिए.
सेना पर राहुल का विवादित बयान
हाल ही में बिहार के कुटुंबा में हुई एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि 'भारतीय सेना देश की 10% आबादी के नियंत्रण में है,' जो ऊंची जातियों की ओर इशारा था. राहुल ने आरोप लगाया था कि दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज को सेना और न्यायपालिका जैसी संस्थाओं से दूर रखा गया है. इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने उन पर देश को बांटने की कोशिश का आरोप लगाया था.
सरमा बोले - राहुल गांधी हैं 'देश के दुश्मन'
रामनगर की एक रैली में हिमंत सरमा ने राहुल गांधी को 'देश का दुश्मन' बताया. उन्होंने कहा, 'देश के दुश्मनों ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय संस्थानों को कमजोर करने के लिए भेजा है.' सरमा ने राहुल के 10% आरक्षण वाले बयान को 'देशद्रोह' बताया और कहा कि यह उन शहीदों का अपमान है जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दी. उन्होंने दावा किया कि बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन के पक्ष में स्पष्ट लहर है.
राहुल की विदेश यात्राओं पर उठाए सवाल
सरमा ने राहुल गांधी की बार-बार होने वाली विदेश यात्राओं पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि राहुल अक्सर विदेश क्यों जाते हैं, इसकी जांच सरकार को करनी चाहिए. सरमा ने यह भी कहा कि जनता ऐसे नेताओं को पसंद नहीं करती जो 'देश से ज्यादा विदेश में समय बिताते हैं.' उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे बयानों से सावधान रहें जो देश की एकता को कमजोर करते हैं.
तेजस्वी यादव पर भी निशाना
हिमंत सरमा ने रैली में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, 'जब तेजस्वी उपमुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने न रोजगार दिया, न कोई विकास किया, सिर्फ घुसपैठियों को बिहार में लाया.' सरमा ने कहा कि तेजस्वी महिलाओं को 30 हजार देने की बात करते हैं, जबकि अपने कार्यकाल में 'तीन रुपये भी नहीं दिए.' उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार बिहार में एनडीए सरकार ही बनेगी.