सहरसा में अलग-अलग हादसों में चार की मौत, एक किशोर अब भी लापता — छठ की खुशियां मातम में बदलीं
सहरसा: जिले के सौरबाजार, सलखुआ, सिमरी बख्तियारपुर और बलवाहाट थाना क्षेत्रों में मंगलवार को हुए अलग-अलग हादसों में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक किशोर अब तक लापता है। छठ पर्व के दौरान ये घटनाएं जिले में मातम का माहौल बना गईं।
पहली घटना बैजनाथपुर थाना क्षेत्र के नगर निगम वार्ड नंबर 22 स्थित तिलावे नदी किनारे की है, जहां अर्घ्य देने के दौरान पैर फिसल जाने से सुखदेव राम के 35 वर्षीय पुत्र रोशन राम की डूबकर मौत हो गई। वहीं, सौरबाजार के खजूरी पंचायत अंतर्गत सपहा गांव में दीनाभद्री बाबा प्रांगण के पोखर में नहाने के दौरान 12 वर्षीय संजीत कुमार, पिता मनोज साह, की डूबने से मौत हो गई।
तीसरी घटना बलवाहाट थाना क्षेत्र के सरोजा पंचायत के रामपुर गांव की है। यहां छठ घाट की तैयारी के दौरान 15 वर्षीय प्रियांशु कुमार, पिता दानी प्रसाद सिंह, डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इधर, सलखुआ थाना क्षेत्र के खगमा छठ घाट में मंगलवार सुबह 19 वर्षीय आर्यन कुमार, निवासी सलखुआ डीह टोला, नहाने के क्रम में कोसी नदी की उपधारा में बह गया। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से खोजबीन जारी है, लेकिन किशोर का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
उधर, तटबंध के अंदर एक सड़क हादसे में एक और किशोर की मौत हो गई। यह घटना चिरैया थाना अंतर्गत चिरैया-कबीरपुर मुख्य सड़क पर तीखा मोड़ के पास हुई। सोमवार दोपहर सिंटू सदा के दाह संस्कार से लौट रहे तीन किशोर ट्रैक्टर पर सवार थे, जो अनियंत्रित होकर दस फीट गहरे पानी भरे गड्ढे में पलट गया। इसमें 10 वर्षीय रामजतन कुमार, पुत्र छंगुरी सदा, की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि किशन कुमार (10 वर्ष) और देशराज कुमार (11 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को खगड़िया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इन घटनाओं से पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। छठ की खुशियां मातम में बदल गईं, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।