नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रविवार शाम चार बजे कोसी बैराज से 5 लाख 33 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पूर्वी और पश्चिमी तटबंधों के भीतर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सहरसा जिले में अब तक लगभग 400 घर नदी में समा चुके हैं, जिससे लोग प्रशासनिक राहत की मांग कर रहे हैं।

सहरसा जिला प्रशासन ने तटबंध के भीतर रहने वाले लोगों से ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की अपील की है। जिले के नवहट्टा, महिषी, सिमरी बख्तियारपुर और सलखुआ प्रखंडों की विभिन्न पंचायतों में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, ताकि समय रहते बचाव कार्य किए जा सकें।
लोग नावों से कर रहे पलायन
महिषी प्रखंड की राजनपुर पंचायत के बिशनपुर गांव के वार्ड नंबर 6 और 7 से दर्जनों परिवार नावों से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नदी का कटाव तेजी से हो रहा है।
बिशनपुर निवासी शंभू यादव ने बताया कि, कोसी नदी के कटाव में अब तक करीब 400 घर समा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन के अधिकारी अभी तक गांव का जायजा लेने नहीं पहुंचे हैं।
तेज धारा से कई जगहों पर कटाव
महिषी प्रखंड के कुंदह गांव में समाजसेवी अनवर आलम ने बताया कि, नदी की तेज धारा के कारण कई जगहों पर कटाव तेजी से हो रहा है। उन्होंने जल संसाधन विभाग से कटाव रोकने के लिए निरोधात्मक कार्य करने की मांग की है।
सहरसा के आपदा एडीएम संजीव कुमार चौधरी ने कहा जिला प्रशासन नजर बनाए हुए है। सरकारी स्तर पर सहायता हर पीड़ितों को मुहैया कराया जाएगा.