मधेपुरा के पुरैनी के आलमनगर और चौसा प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांवों में शनिवार शाम आई आंधी-तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई। करीब आधे घंटे तक चली तेज हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। तबाही के दूसरे दिन भी रविवार को प्रशासन की ओर से पर्याप्त व्यवस्था नहीं किया गया है।

व्यवस्था न होने पर लोगों में गुस्सा
केवल सुखा चुरा, मुरही, माचिस का व्यवस्था किया गया है। इसमें भी कुछ लोगों को चुरा दिया गया, कुछ को नहीं दिया गया। बदइंतजामी से पीड़ितों में नाराजगी है। खेरहो वार्ड-16 में शौचालय की दीवार गिरने से 65 साल की महिला की मौत हो गई। वहीं लगभग 300 घर क्षतिग्रस्त हो गए, कई मवेशी मारे गए और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं।

घायलों को भागलपुर किया रेफर
घायलों में कुछ को भागलपुर रेफर किया गया है, जबकि अन्य का इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। प्रशासन ने स्वास्थ्य शिविर लगाया है। तूफान से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। स्थानीय लोगों ने स्वयं सड़कों से पेड़ हटाकर आवाजाही बहाल की।
औराई वार्ड-10 के ग्रामीणों ने बताया कि उनके घर पूरी तरह उजड़ गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई राहत नहीं पहुंचाई गई है।
एडीएम बोले-नुकसान के बारे में पता कर रहे...
कई परिवारों के छोटे बच्चे भूखे हैं क्योंकि जलावन भींग जाने से खाना नहीं बन पा रहा है। उर्दू प्राथमिक विद्यालय औराई में राहत शिविर लगाया गया है, लेकिन दोपहर तक भोजन की व्यवस्था नहीं की गई थी। एडीएम (आपदा) मुकेश कुमार ने कैमरे पर कुछ भी कहने से इंकार किया, हालांकि उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि, राहत और बचाव कार्य जारी है तथा क्षति का आकलन किया जा रहा है।
विधायक नरेंद्र यादव ने कहा,हर मदद को तैयार...
बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष सह स्थानीय विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि खेरहो और औराई में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है और सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। खाद-बीज दुकानदार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि उनके दुकान में रखा सारा सामान बर्बाद हो गया। इससे लगभग 5 लाख का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इसी दुकान से उनके परिवार का भरण-पोषण होता था।