सुपौल में कोसी नदी के उफान ने एक बार फिर तटबंध के भीतरी इलाकों में तबाही मचानी शुरू कर दी है। शनिवार सुबह से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रविवार को कोसी बराज से दोपहर 2 बजे 5 लाख 18 हजार 960 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जिले के तटबंध के भीतर बसे 6 प्रखंड में बाढ़ का पानी फैलने लगा है ।
इनमें बसंतपुर, निर्मली, मरौना, सरायगढ़-भपटियाही, किशनपुर और सुपौल सदर के कई गांव शामिल है। करीब 500 से अधिक घरों में पानी घुस चुका है, जिससे लोग अपने घरों को छोड़ ऊंचे स्थानों की ओर शरण ले रहे हैं।
DM ने तटबंधों का किया निरीक्षण
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सावन कुमार ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को अलर्ट पर रखा है। डीएम व एसपी शरथ आरएस ने संयुक्त रूप से बराज और तटबंधों का निरीक्षण कर अभियंताओं व अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
अधिकारियों व अभियंताओं को किया गया तैनात
डीएम के निर्देश पर सघन गश्ती बढ़ा दी गई है। साथ ही, सभी तटबंधों पर अधिकारियों व अभियंताओं को तैनात किया गया है ताकि किसी भी संभावित क्षति की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके। जिला प्रशासन की ओर से माइकिंग के जरिए लोगों से लगातार ऊंचे स्थानों पर जाने और अफवाहों से बचने की अपील की जा रही है।
प्रशासन ने कहा है कि राहत व बचाव दल पूरी तरह से तैयार हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
जिला प्रशासन लगातार कर रही मॉनिटरिंग
डीएम सावन कुमार ने कहा कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। जिला प्रशासन चौबीसों घंटे हालात की मॉनिटरिंग कर रहा है। यदि किसी क्षेत्र में जलस्तर बढ़ता है तो तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने तटबंध के भीतर रहने वाले लोगों से आग्रह किया कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। इस बीच, जिला नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है।