मधेपुरा के बीएन मंडल विश्वविद्यालय (BNMU) के नोडल अधिकारी 4 छात्राओं के साथ अपने कार्यालय के कमरे में बंद पाए गए। मामले का खुलासा तब हुआ जब कार्यालय के गेट के बाहर ताला लटका मिला। करीब 15 मिनट तक कार्यालय बंद था।
काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और ताला खोलने की बात करने लगे। इस बीच वहां मौजूद कर्मचारी ने जैसे ही गेट खोला, अधिकारी बाहर निकले। जिसके बाद वहां मौजूद लोग अधिकारी पर भड़क गए।
पूरे घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो गुरुवार (4 सितंबर) का ही बताया जा रहा है। वीडियो में भीड़ ये कहती हुई दिख रही है कि आखिर ऐसा कौन सा काम था, जिसके लिए छात्राएं और नोडल अधिकारी एक कमरे में बंद है।
मामला सामने आते ही कैंपस में हड़कंप मच गया और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
नोडल पदाधिकारी डॉ. इंद्रकांत भारती ने सफाई देते हुए कहा, 'छात्राओं के पिता के नाम में गड़बड़ी थी। उसी का सुधार किया जा रहा था, इसलिए उन्हें अंदर बुलाया गया था। ये सारी लड़कियां हमारी बेटी के समान हैं।'
पहले हंगामे की 3 तस्वीरें देखिए...

अब पूरा मामला पढ़िए...
आवेदन सुधार के लिए आई थीं छात्राएं
दरअसल, गुरुवार को स्नातक पास छात्राएं प्रोत्साहन राशि के आवेदन में सुधार के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची थीं। ज्यादातर छात्राओं का आवेदन पुराने लाइब्रेरी के बाहर बने काउंटर पर लिया जा रहा था।
इसी बीच 4 छात्राएं अचानक नोडल कार्यालय के अंदर चली गईं। जैसे ही स्टूडेंट्स अंदर गईं बाहर मौजूद कर्मचारी ने गेट पर ताला जड़ दिया। इस हरकत के बाद वहां मौजूद भीड़ गुस्सा गई।
सभी ने अपना-अपना फोन बाहर निकाला और वीडियो बनाना शुरू कर दिया। उनलोगों का कहना था, 'बंद कमरे में नोडल अधिकारी आखिर ऐसा कौन सा काम कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें गेट पर ताला लगवाना पड़ा।
लोगों को शक हुआ कि कमरे के अंदर छात्राएं कर क्या रहीं है। इस तरह से कौन सा काम हो रहा है।
हंगामा बढ़ता देख कर्मचारी ने तुरंत गेट खोला। इसके बाद जैसे ही अधिकारी बाहर निकाले भीड़ ने बहस शुरू कर दी। इस बीच अधिकारी भी गुस्से में दिखे और उन्होंने वीडियो बना रहे लोगों का मोबाइल छिनने की कोशिश की।
आवेदन सुधार के लिए उमड़ी भीड़, पुलिस बुलानी पड़ी
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत 2022, 2023 और 2024 में पास छात्राओं के आवेदन लिए जा रहे हैं। प्रक्रिया 26 अगस्त से शुरू हुई है और लास्ट डेट 5 सितंबर है।
आखिरी तारीख नजदीक आते ही बड़ी संख्या में छात्राएं विश्वविद्यालय पहुंच रही हैं। गुरुवार को भीड़ बढ़ने पर पुलिस को बुलाना पड़ा। सदर थाने की टीम ने हालात संभाले।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, शोकॉज नोटिस
परीक्षा नियंत्रक डॉ. शंकर कुमार मिश्रा ने कहा कि घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दे दी गई है। छात्राओं को घबराने की जरूरत नहीं है। डेटा सुधार के लिए दो अलग काउंटर बना दिए गए हैं।
वहीं, कुलसचिव प्रो. अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि नोडल पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारियों से शोकॉज कर पूछताछ की जा रही है। विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।