मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 219 पर मतदाता सूची में चौंकाने वाली गड़बड़ी सामने आई है। यहां 1069 मतदाताओं के पते में मकान संख्या '3' दर्ज है। यह मामला बिहारीगंज प्रखंड के लक्ष्मीपुर लालचंद पंचायत के रही जगतपुर चांयटोला और बभनगामा पंचायत के फतेहपुर से उजागर हुआ है। स्थानीय BLO के अनुसार यह गड़बड़ी पिछले 20 साल से चली आ रही है, लेकिन हाल के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में मकान संख्या सुधार का विकल्प नहीं होने के कारण इसे ठीक नहीं किया जा सका।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मकान नंबर का कोई वास्तविक उपयोग नहीं है। यह केवल मतदाता सूची में काल्पनिक रूप से दर्ज किया जाता है। रही जगतपुर वार्ड आठ के निवासी जवाहर मंडल ने बताया कि 2003 की मतदाता सूची में उनके घर का मकान नंबर 72 था, लेकिन अब उसे बदलकर '3' कर दिया गया। उनके परिवार में केवल 4 मतदाता हैं, फिर भी पूरे बूथ के 1069 मतदाताओं को एक ही मकान नंबर में दर्शाया गया है। उन्होंने इसे प्रशासन की गंभीर लापरवाही करार दिया।
परिवार में 9 मतदाता, सभी का नाम बूथ 219 में दर्ज
इसी तरह उपेंद्र मंडल ने कहा कि उनके परिवार में 6 मतदाता हैं, लेकिन पूरे गांव को एक ही मकान नंबर में दिखाना भविष्य में बड़ी समस्याएं पैदा कर सकता है। स्थानीय वोटर छोटू कुमार ने बताया कि उनके परिवार में 9 मतदाता हैं। सभी का नाम बूथ 219 में दर्ज है। वे इस गड़बड़ी को गंभीर प्रशासनिक चूक मानते हैं।
272 मतदाताओं का मकान नंबर '16' दर्ज
बभनगामा पंचायत के फतेहपुर में बूथ संख्या 128 (प्राथमिक विद्यालय फतेहपुर – दायां भाग) पर भी यही समस्या देखने को मिली। यहां 767 में से 272 मतदाताओं का मकान नंबर '16' दर्ज है। ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल तकनीकी गलती नहीं, बल्कि मतदाता सूची की पारदर्शिता पर सवाल उठाने वाली स्थिति है।
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रत्येक मतदाता का नाम उनके वास्तविक पते और मकान संख्या के साथ दर्ज होना चाहिए। इस तरह की गड़बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता को कमजोर करती है।
उच्चस्तरीय जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मतदाता सूची को तत्काल सुधारने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है।
बिहारीगंज के BDO भरत कुमार सिंह ने कहा कि बूथ 219 पहले बूथ 185 था। तब भी मकान संख्या '3' ही दर्ज थी। इसमें वर्तमान BLO की गलती नहीं है। वहीं बूथ संख्या 219 के BLO संदीप कुमार ने बताया कि पुरानी मतदाता सूची के आधार पर ही मकान नंबर दर्ज किया गया। SIR में मकान नंबर अपडेट करने का विकल्प नहीं होने के कारण सुधार नहीं हो सका।