वहीं जीआरपी पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के साथ एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है.
ट्रेन में सफर करके 6 महीने के मासूम को किया था गायब
शुक्रवार को रेल डीआइजी राजीव मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि औरंगाबाद जिले के हमीदनगर निवासी रेणु कुमारी अपने छह माह के बेटा के साथ यात्रा कर रही थी. तभी उनके बगल में बैठे एक युवक ने सफर में महिला से बात-चीत कर उनका विश्वास जीत लिया और महिला के शौचालय जाने के क्रम में बच्चा को चोरी करके पटना जंक्शन प्लेटफार्म संख्या-10 पर उतर गया.
ग्राहकों की डिमांड पर बच्चा चोरी करता था गिरोह
गुरुवार को एकांगरसराय से गिरफ्तार अंतर्राज्यीय गिरोह का मुख्य अभियुक्त व ट्रेन से बच्चा चोरी करने वाले फतुहां निवासी रंजीत बिंद को गिरफ्तार किया गया है. डीआइजी मिश्रा ने बताया कि ग्राहकों की डिमांड पर यह गिरोह सक्रिय होता था. गिरफ्तार किए गये सदस्यों ने यह भी कबूला कि जिन दंपती को संतान नहीं होती है. वे उनके गिरोह से संपर्क किया करते थे. जानकारी के अनुसार बच्चा खरीदने वालों से दो से तीन लाख तक की राशि ली जाती है.

छह महीने के देवांश के अलावा एक और बच्चा बरामद
गिरोह के अड्डे पर छापेमारी कर छह महीने के देवांश के अलावा एक साल का एक और बच्चे को भी सही-सलामत बरामद किया गया है. फिलहाल प्रदेश के सभी थानों में इस बच्चे की तस्वीर भेजकर इसकी पहचान की जा रही है.
रंजीत बिंद ने दलाल मुन्ना बिंद को 60 हजार में बेचा था बच्चा
रेल डीआइजी राजीव मिश्रा ने बताया कि रंजीत बिंद ने दलाल मुन्ना बिंद को बच्चा चोरी करके 60 हजार में बेच दिया था. नवजात बच्चों की चोरी करने वाले इस गोरख धंधे में दलाल मुन्ना बिंद के बच्चे भी शामिल थे. रेल पुलिस की पूछताछ में मुन्ना बिंद ने कबूला कि छह महीने के देवांश को 2 लाख रुपये में संजीत नामक व्यक्ति से पहले ही बात हो चुकी थी. खरीदार संजीत कुमार को कोई बच्चा नहीं हो पाया था.
बच्चे को पालने के लिए इस गिरोह में महिला भी शामिल, तीन गिरफ्तार
इस गिरोह में बच्चों को पालने के लिए तीन महिला भी शामिल थी. जो बच्चा चोरी करके आने के बाद उसका पालन पोषण किया करती थी. नालंदा जिले के रहुई थाना क्षेत्र के ईमादपुर निवासी 34 वर्षीय अनिता गुप्ता, एकांगसराय निवासी 45 वर्षीय कौशल्या कुमारी, हिलसा निवासी 25 वर्षीय बबिता देवी को गिरफ्तार किया गया है.
दलाल मुन्ना बिंद का बेटा समेत गिरोह में शामिल एक और व्यक्ति गिरफ्तार
डीआइजी मिश्रा ने बताया कि दलाल मुन्ना बिंद के बेटा 24 वर्षीय दशरथ को भी गिरफ्तार किया गया है. क्योंकि बच्चा चोरी करने के बाद पैसे का ट्रांजेक्शन दशरथ के अकाउंट से ही की गयी थी. इसके अलावा गिरोह में अन्य कामों के लिए शामिल एकांगरसराय के विष्णु जमादार को भी गिरफ्तार किया गया है.
शिशु अस्पताल व रेलवे स्टेशन पर रेकी कर देते थे घटना को अंजाम
जीआरपी पुलिस की जांच में इस अंतर्राज्यीय गिरोह के अन्य लोग के बाहर होने की जानकारी भी प्राप्त हुई है. जो देश के अन्य शहरों में शिशु अस्पताल या स्टेशन के आस-पास रेकी करके बच्चा चोरी की घटना को अंजाम देते है. फिलहाल इसकी जांच के लिए रेल डीएसपी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है. स्पेशल टीम इनके ट्रांजेक्शन डिटेल की छानबीन कर रही है. पुलिस को शक है कि अन्य बच्चों की चोरी में भी यह गिरोह शामिल हो सकता है.