क्योंकि हर ऐप हर उम्र के लोगों के लिए सही नहीं होती है. क्योंकि ऐसे ऐप न सिर्फ उनके पढ़ाई पर असर डालते हैं बल्कि बच्चों के मानसिक सेहत और व्यवहार पर भी नकारात्मक असर डालते हैं. इसलिए जरूरी है कि माता-पिता सही समय पर अपने बच्चों को गाइड करें और कुछ ऐप्स के इस्तेमाल से रोकें.
खतरनाक सोशल मीडिया ऐप्स
सोशल मीडिया बच्चों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. लेकिन Snapchat, और Omegle जैसे ऐप बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. इन पर मौजूद कंटेंट बहुत छोटे बच्चों के लिए सही नहीं रहता है और अनजान लोगों से कनेक्शन बन जाने का खतरा भी रहता है.
हिंसात्मक गेमिंग ऐप्स
PUBG, Free Fire और Call of Duty जैसे हिंसात्मक गेम बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इनसे बच्चों में आक्रामकता पढ़ाई से दूरी बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है.
डेटिंग और चैटिंग ऐप्स
Tinder, Badoo और अन्य डेटिंग ऐप बच्चों के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं. इन ऐप्स का गलत इस्तेमाल बच्चों को खतरे में डाल सकता है. पैरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे ऐसे किसी भी ऐप का इस्तेमाल न करें.
ऑनलाइन जुआ और बेटिंग ऐप्स
ऑनलाइन बेटिंग या जुए से जुड़े ऐप्स जैसे MPL समेत अन्य बेटिंग प्लेटफॉर्म बच्चों को गलत दिशा में ले जा सकते हैं. इनसे न केवल आर्थिक नुकसान हो सकता है बल्कि मानसिक दबाव और तनाव भी खतरा भी जाता है.
माता-पिता क्या करें?
- बच्चों के फोन में कौन-कौन से ऐप्स हैं, इस पर नजर रखें.
- स्क्रीन टाइम लिमिट सेट करें.
- बच्चों को सही और गलत कंटेंट के बारे में समझाएं.
- खुद बच्चों के साथ समय बिताएं ताकि उन्हें ऑनलाइन एंटरटेनमेंट की जरूरत कम पड़े.
- पेरेंटल कंट्रोल ऐप्स का इस्तेमाल करें.