मधेपुरा के पुरैनी थाना क्षेत्र के नरदह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मुकेश कुमार मेहता की गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को सैकड़ों की संख्या में लोग थाने का घेराव करने पहुंच गए। लोग मुकेश कुमार की रिहाई की मांग कर रहे थे। पुलिस के अनुसार मारपीट के मामले में शनिवार की रात आरोपी विक्की मेहता की तलाश में पुरैनी थाना पुलिस उसके घर पर छापेमारी करने गई थी, लेकिन विक्की मेहता घर पर नहीं मिला।
इसके बजाय मुकेश कुमार और एक अन्य व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद रविवार को मुकेश कुमार की पत्नी व नरदह पंचायत की मुखिया रीता देवी ने सैकड़ों महिला और पुरुष समर्थकों के साथ पुरैनी थाने का घेराव किया और मुकेश कुमार की रिहाई की मांग की।
थाना में बढ़ती भीड़ को देखते हुए एसडीपीओ अविनाश कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मुखिया रीता देवी से बातचीत की। फिर भी प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस की अतिरिक्त टीम पुरैनी थाने पहुंची। मधेपुरा एएसपी प्रवेंद्र भारती के नेतृत्व में पुलिस ने विक्की मेहता के घर सहित अन्य स्थानों पर तलाशी ली।
लाठी-डंडे से हमले का आरोप
इससे पहले 14 मार्च को गणेशपुर गोठ बस्ती निवासी भरत कुमार ने थाने में आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि विक्की मेहता और उसके साथियों ने उसे जबरन कार में बैठाकर डुमरैल चौक ले गए और लाठी-डंडों से हमला किया। इसी आवेदन के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की थी। मुखिया रीता देवी ने आरोप लगाया कि आवेदन में उनके पति का नाम नहीं होने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।
उदाकिशुनगंज एसडीपीओ अविनाश कुमार ने कहा कि पुलिस विक्की मेहता के घर पर रेड के लिए पहुंची थी। इसी दौरान अवैध हथियार के साथ मुकेश कुमार और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। प्रदर्शनकारियों को समझाकर शांत कर दिया गया। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
