चलती ट्रेन में हुई हत्या की घटना से हड़कंप मच गया। जिसके बाद मृतक की पत्नी ने गांव के ही 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। किऊल रेल थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, जब नामजद आरोपियों से पूछताछ की गई तो उनकी संलिप्तता नहीं पाई गई। जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी टीम की मदद ली। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि उस समय ट्रेन में हजारों यात्री सवार थे। ऐसी स्थिति में घटना स्थल से डंप डेटा निकालना संभव नहीं था।
इसी बीच पुलिस को पता चला कि मृतक धर्मेंद्र साह खगड़िया से लखीसराय कोर्ट में सुनवाई के लिए आया हुआ था। पुलिस को पता चला कि मृतक धर्मेंद्र साहा का अपनी पत्नी के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। जब धर्मेंद्र के अपनी पत्नी से रिश्ते अच्छे थे तो उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर जमीन खरीद ली थी। दोनों के बीच संबंध खराब होने के बाद पत्नी लखीसराय में अपने माता-पिता के घर रहने लगी। वहीं, पति अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी गई जमीन वापस मांग रहा था। महिला के पति के खिलाफ लखीसराय न्यायालय में एक मामला भी दर्ज था, जिसकी सुनवाई के लिए वह खगड़िया से लखीसराय आता था।
आरोपी ने सच कबूल कर लिया।
किऊल रेल डीएसपी एजाज हाफिज मणि ने बताया कि 21 जनवरी को गया-हावड़ा ट्रेन में महिसो निवासी धर्मेंद्र साह की हत्या के मामले में तकनीकी टीम को दो संदिग्ध नंबर मिले थे। जिनमें से एक गोवा में और एक दिल्ली में सक्रिय पाया गया। जिसके बाद एक टीम गठित कर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसमें शेखपुरा जिले के मेहुस निवासी सूरज कुमार और बड़हिया निवासी सत्यम कुमार को गिरफ्तार किया गया। दोनों ने बड़ा खुलासा किया है। जिसमें दोनों ने शूटर की भूमिका निभाई थी।
5 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि मृतक की पत्नी ने उन्हें पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी। मृतक के साले चंदन कुमार ने दोनों को हत्या के लिए सुपारी दी थी। दोनों ने बताया कि जब मृतक कोर्ट की तारीख से ट्रेन से लौट रहा था तो मृतक के साले ने उसकी मुलाकात धर्मेंद्र से कराई थी। जिसके बाद दोनों शूटर ट्रेन में सवार हो गए। दोनों शूटर उस कोच में पहुंचे जिसमें धर्मेंद्र बैठे थे और जैसे ही ट्रेन स्टेशन के बाहर धीमी हुई, उन्होंने उन्हें तीन गोलियां मार दीं, जिससे उनकी मौत हो गई।
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी
अपराधियों के खुलासे के बाद मृतका के साले चंदन कुमार को बड़हिया से गिरफ्तार कर लिया गया है। रेल डीएसपी ने बताया कि मृतक धर्मेंद्र साह का अपनी पत्नी के साथ करीब पांच वर्षों से संपत्ति विवाद चल रहा था। जिसके कारण मृतक खगड़िया में रहता था। घटना के दिन मृतक केस के काम से लखीसराय कोर्ट आया हुआ था। शाम को गया-हावड़ा ट्रेन से लौटते समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस खुलासे के बाद रेलवे पुलिस घटना में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।