Bihar News: सहरसा जिला के बनमा ईटहरी थाना क्षेत्र के बादशाह नगर गांव में अवैध शराब तस्करी की सूचना पर छापेमारी करने गयी थाना पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. करीब डेढ़ घंटे बाद प्रभारी थानाध्यक्ष त्रिलोकी नाथ प्रसाद एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी के हस्तक्षेप पर बंधक बनाये चार पुलिस बलों को मुक्त किया गया. गुरुवार की दोपहर बनमा ईटहरी थाना के पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल बादशाहनगर गांव में गुप्त रुप से शराब तस्करी करने की सूचना पर गांव के दो व्यक्ति बेचन महतो एवं एक अन्य के घर छापेमारी को गयी.
घरवाले सो रहे थे और पुलिस पहुंच गई
छापेमारी उस वक्त हुई जिस वक्त घर की महिलाएं बेसुध अवस्था में सो रही थी. इधर पुलिस छापेमारी करने पहुंच गयी. गृह स्वामी विरोध करते रहे, लेकिन पुलिस घर के अंदर घुस गयी और महिलाओं के साथ धक्का मुक्की करने लगी. जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को बंधक बना लिया. बंधक बनाने की सूचना पर थाना से अन्य पुलिस पदाधिकारी त्रिलोकी नाथ प्रसाद, हसीन खान अन्य पुलिस बल के साथ पहुंचे व आक्रोशित ग्रामीणों से समझौता कर बंधक बनाये गये पुलिस को मुक्त कराया.
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
गृह स्वामी सहित ग्रामीणों एवं वार्ड सदस्य ने बताया कि पुलिस जिस दो व्यक्ति के घर में छापेमारी करने घुसी, वह दोनों व्यक्ति परिवार भरण पोषण के लिए मजदूरी करता है. घर में महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों के साथ रहती है. लेकिन पुलिस गलत मंशा से घर में छापेमारी के बहाने घुस गयी. जिससे ग्रामीणों में गुस्सा पनप गया और पुलिस को बंधक बना दिया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस को कोई तस्करी की सूचना देती है तो उसकी सत्यापित कर छापेमारी करनी चाहिए.
