बिहार में सड़क सुरक्षा और व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है पटना जिले में 3 लाख रजिस्ट्रेशन कार्ड (RC) और 1 लाख ड्राइविंग लाइसेंस (DL) रद्द किए जाएंगे।
यह कदम राज्य में वाहनों के रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस को अपडेट करने की योजना का हिस्सा है, जिससे वाहन मालिकों को डिजिटल ट्रैकिंग और बेहतर सेवा मिल सके।
परिवहन विभाग की योजना और उद्देश्य
पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि वाहनों के रजिस्ट्रेशन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस में कई खामियां रही हैं, जिसमें मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का जुड़ा ना होना प्रमुख है। इससे न केवल वाहनों का ट्रैक रखना मुश्किल होता है, बल्कि जब भी कोई चालान या प्रदूषण जांच होती है, गलत नंबर पर सूचना भेजी जाती है। यही कारण है कि अब बिहार सरकार ने पुराने RC और DL को अपडेट करने का निर्णय लिया है।
पटना में स्थिति: संपर्क नहीं होने पर रद्द होंगे कार्ड
पटना जिले में करीब 2.90 लाख रजिस्ट्रेशन कार्ड और 1 लाख ड्राइविंग लाइसेंस बिना मोबाइल नंबर और ईमेल के पाए गए हैं, जो अभी तक सक्रिय हैं। परिवहन विभाग इस स्थिति को सुधारने के लिए लोगों से संपर्क कर रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, जिन लोगों ने अपनी जानकारी छुपाई है, उन्हें विभाग से संपर्क करने में परेशानी हो रही है। अगर संपर्क नहीं हो पाता है तो इन उपभोक्ताओं को डिफॉल्टर लिस्ट में डाल दिया जाएगा और उनके RC और DL रद्द कर दिए जाएंगे।
रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस अपडेट करना जरूरी
परिवहन विभाग के अनुसार, सभी वाहन मालिकों को अप्रैल 2025 तक अपने ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड को मौजूदा मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से लिंक करवाना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद वाहन मालिकों को कई लाभ मिलेंगे। उदाहरण के लिए, प्रदूषण सर्टिफिकेट, चालान जमा करने और अन्य परिवहन कार्यों में आसानी होगी। इससे वाहन मालिकों को गलत नंबर पर चालान कटने जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा।