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Friday, November 29, 2024

BIHAR:पूर्णिया के घर में दबिश देने पहुंची पुलिस के उड़े होश, दरवाजा खोलते ही सामने थी मिनी गन फैक्ट्री और फिर...


पूर्णिया। पूर्णिया पुलिस (Purnia Police) की विशेष टीम ने बड़हरा कोठी थाना क्षेत्र के सुखासन कोठी गांव के एक घर में छापेमारी कर लंबे समय से चल रहे मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) का खुलासा कर दिया है।

पुलिस ने हथियार बनाने में महारत रखने वाले मुख्य आरोपित को भी रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस दौरान पुलिस ने विभिन्न बोर की कुल 388 कारतूस के साथ-साथ पांच खोखा, नकद 3.68 लाख रुपये, तीन हेंड ड्रील मशीन, पांच प्रेशर पाइन, दो छोटा बैरल, बड़ा बैरल एक, लोहा काटने का आरी, हथौड़ी व छेनी आदि भी बरामद किया है।

आरोपी के फरार बेटों को तलाश रही पुलिस

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित शेखर प्रसाद सिंह अपने दो फरार पुत्रों और मरंगा थाना क्षेत्र के मरंगा निवासी मंटू यादव के सहयोग से हथियार बनाकर सप्लाई करता था।

शेखर सिंह मूल रुप से भागलपुर जिले का रहने वाला है, लेकिन वर्षों पूर्व ही अपने ससुराल सुखासन में आकर बस गया है।

पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपित के दो पुत्रों और हथियार सप्लायर मंटू यादव की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी जारी है और जल्द ही तीनों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

  • बीकोठी थाना क्षेत्र के सुखासन में लंबे समय से बनाया जा रहा था अवैध हथियार
  • गिरफ्तार मुख्य आरोपित के दो पुत्रों व मरंगा के हथियार सप्लायर मंटू यादव की तेज हुई तलाश

नेपाल, बंगाल और झारखंड से आते थे कारतूस

उन्होंने बताया कि आरोपी शेखर सिंह अपने दो पुत्रों और मंटू यादव के सहयोग से यहां न केवल हथियार बनाता था, बल्कि हथियार के साथ-साथ कारतूस की भी सप्लाई करता था।

पुलिस की आरंभिक पूछताछ में आरोपित ने कारतूस नेपाल, पश्चिम बंगाल व झारखंड से मंगाने की बात स्वीकार की है।

उन्होंने कहा कि पुलिस उन लोगों को भी चिह्नित कर रही है कि जिन्हें हथियार और कारतूस की आपूर्ति की गई है। पुलिस उन सभी को भी जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।

जानकारी के अनुसार, डीआईयू की टीम ने इस संदर्भ की सूचना पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ बड़हरा थाना पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही एसपी ने बड़हरा थानाध्यक्ष संजय कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम में थाना के पुअनि बिलट पासवान, डीआइयू के कर्मियों व थाना के अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे।