Madhepura News: मृतक कैदी के परिजनों ने बताया कि 23 अप्रैल को शाम लगभग आठ बजे मद्य निषेध विभाग की टीम ने महंथी मुखिया को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे मधेपुरा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में उनसे मिलने गई पत्नी को उन्होंने पुलिस द्वारा पीटे जाने की बात कही थी।
बिहार के मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो गई। मृतक की पहचान सदर थाना क्षेत्र के बेलहा घाट महर्षि मेंही नगर वार्ड-5 निवासी महंथी मुखिया (40) के रूप में हुई है.
मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर मारपीट का आरोप लगाते हुए सुबह मेडिकल कॉलेज के पास जमकर हंगामा किया। फिर लगभग 10 बजे कॉलेज चौक पर रोड जाम कर दिया। लगभग डेढ़ घंटे तक रोड जाम रहा। उसकी वजह से एनएच-106 पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। वहीं, सूचना मिलने के बाद सदर थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाने में जुट गए।
परिजनों ने बताया कि 23 अप्रैल को शाम लगभग आठ बजे मद्य निषेध विभाग की टीम ने महंथी मुखिया को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे मधेपुरा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में उनसे मिलने गई पत्नी को उन्होंने पुलिस द्वारा पीटे जाने की बात कही थी।
उन्होंने बताया कि जेल से ही महंथी मुखिया को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां शनिवार की सुबह उनकी मौत हो गई। लेकिन मौत के चार घंटे के बाद भी परिजनों को शव नहीं दिया गया है। इसके आक्रोशित होकर परिजन सड़क जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
परिजनों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए और उनके आश्रितों को मुआवजा दिया जाए। महंथी मुखिया के दो बेटे हैं। वह दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। दोपहर 12 बजे तक कॉलेज चौक के पास सड़क जाम जारी था।
मधेपुरा मंडल कारा अधीक्षक अमर शक्ति ने बताया कि 24 अप्रैल को शाम को उक्त कैदी को जेल लाया गया था। अत्यधिक शराब पीने की वजह से तबीयत बिगड़ने पर उसी रात करीब 11 बजे जननायक कर्पूरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पुलिस पर मारपीट का आरोप बेबुनियाद है।