छेड़खानी का विरोध करने पर बदमाशों ने खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने घर में सो रही किशोरी और उसकी मां पर केरोसिन उड़ेलकर आग लगा दी। घटना में किशोरी जिंदा जल गई। जबकि, मां भी अपनी तड़पती बेटी को बचाने के क्रम में गंभीर रूप से झुलस गई। घटना बिहार के पटना जिला अंतर्गत हाथीदह थाना क्षेत्र के महेंद्रपुर गांव में बीती रात हुई।
मां-बेटी पर केरोसिन उड़ेल लगा दी आग
गंभीर रूप से झुलसी किशोरी की मां ने गांव के संतोष महतो के पुत्र प्रदीप कुमार, पदारथ महतो के पुत्र दीपक महतो, हरिवंश महतो के पुत्र विजय और अमित के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई है। दर्ज एफआइआर में कहा गया है कि महेंद्रपुर गांव निवासी रूपाली (14) अपनी मां अर्चना के साथ घर में सो रही थी। रात करीब तीन बजे गांव के प्रदीप कुमार, दीपक महतो, विजय और अमित घर में घुस गए और केरोसिन डालकर आग लगा दी।
किशोरी की मौत, मां की हालत गंभीर
किशोरी ने शोर मचाया तो मां अर्चना देवी बचाने के लिए बढ़ी। आरोपितों ने उसपर भी केरोसिन डाल आग लगा दी। मां-बेटी आग की लपटों से घिर गई। शोर मचाने पर पड़ोसी पहुंचे तो मां-बेटी आग के बीच घिरी चिल्ला रही थीं। घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश फरार हो गए। ग्रामीणों ने आग बुझाने के बाद अर्चना और रूपाली को अस्पताल पहुंचाया, जहां रूपाली की मौत हो गई।
आरोपित फरार, घटना से गांव में तनाव
ग्रामीण जब आरोपितों के घर पहुंचे तो वे सभी फरार मिले। इससे गांव के दो पक्षों में तनाव हो गया। ग्रामीणों ने आरोपितों पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मोकामा थानाध्यक्ष राजनंदन शर्मा, हाथीदह थानाध्यक्ष रविरंजन सिंह ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। पुलिस गांव में कैंप कर रही है।
स्कूल जाते वक्त करते थे छेड़खानी
ग्रामीणों के अनुसार रूपाली के स्कूल जाने के दौरान प्रदीप, दीपक महतो, विजय और अमित छेड़खानी करते थे। इसका विरोध करने पर ही बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया।
मुख्य आरोपित पर दर्ज हैं कई मामले
अर्चना देवी के बयान पर प्रदीप कुमार को मुख्य आरोपित बनाया गया है। पुलिस का कहना है कि प्रदीप का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। वह जेल भी जा चुका है।