पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार ने अगले छह दिनों में 574 ट्रेनों से नौ लाख 18 हजार प्रवासियों को लाने की तैयारी कर रखी है, किंतु पंचायतों से मांगी गई सूची के मुताबिक लौटने के इच्छुक प्रवासियों की संख्या 11 लाख 33 हजार से अधिक है। ऐसे में सरकार ने नए सिरे से इंतजाम करना शुरू किया है। इस बीच, बुधवार को एक लाख 12 हजार से अधिक कामगारों की वापसी हुई। विभिन्न जिलों में 70 ट्रेनें पहुंचीं। प्रत्येक ट्रेन में करीब 16 सौ से ज्यादा यात्री आए। सर्वाधिक कामगारों की वापसी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से हुई। कामगारों को रेलवे स्टेशन से उनके गृह प्रखंडों के क्वारंटाइन केंद्रों पर बसों से पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी।
मुखिया से मांगी गई सूची
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पंचायती राज विभाग ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मुखिया के माध्यम से सूची मांगी थी। प्राथमिकता के साथ सूची की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सभी डीडीसी और जिला पंचायती राज पदाधिकारियों को दी गई थी। इसी आधार पर एक लाख 12 हजार से अधिक वार्ड सदस्यों और इतने ही पंचों और 8392 मुखिया ने सरकार को सूची उपलब्ध कराई है।
महाराष्ट्र व दिल्ली से लौटने वाले ज्यादा
बिहार लौटने वालों की सूची में महाराष्ट्र और दिल्ली से लौटने वालों की संख्या सर्वाधिक है। इसके बाद पश्चिम बंगाल, गुजरात और अन्य प्रदेशों की है।
पंचायतों में फिर इंतजाम
कामगारों के लौटने की संख्या को देखते हुए सरकार ने फिर पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। वर्तमान में ज्यादातर प्रखंडों में दो से तीन क्वारंटाइन सेंटर संचालित हैं। इसकी संख्या बढ़ाने पर भी सरकार विचार कर रही है।
संक्रमण की संख्या को बनाया गया आधा
इधर, बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों की वापसी को ध्यान में रख आपदा प्रबंधन विभाग ने क्वारंटाइन सेंटर के संदर्भ में नई व्यवस्था की है। अब प्रवासियों की वापसी की जगह के आधार पर यह तय किया जाएगा कि उन्हें किस तरह के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाना है। इस बारे में आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किया हैै। क्वारंटाइन सेंटर पर रखने की व्यवस्था संबंधित राज्य में कोरोना संक्रमण की भयावहता के आधार पर तय की गई है। दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद व कोलकाता में संक्रमण अधिक है, इसलिए वहां से आने वाले प्रवासी कामगार प्रखंड क्वारंटराइन सेंटर पर रहेंगे। वहीं, महाराष्ट्र, गुजरात व पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों, यूपी, तमिलनाडु व हरियाणा से लौटने वाले कामगारों को पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में जगह मिलेगी।