सहरसा। कोरोना संक्रमण के कारण देश के कई राज्यों में कुछ शर्त पर बंदियों की रिहाई की प्रक्रिया चल रही है। बिहार सरकार भी इस मुद्दे पर विचार कर रही है। अगर ऐसा हुआ, तो सहरसा मंडलकारा में विभिन्न मामलों में बंद 130 बंदी तक रिहा हो सकते हैं। महानिरीक्षक कारा द्वारा मांगे गए प्रतिवेदन के जबाव में सहरसा मंडल कारा के अधीक्षक सुरेश चौधरी ने ऐसे 130 बंदियों की सूची विभाग को भेजी है। काराधीक्षक ने बताया कि विभिन्न मामलों में न्यायालय में चल रही सुनवाई और संभावित सजा के मुतल्लिक अलग-अलग बंदियों की सूची बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे बंदी जिन्हें तीन वर्ष तक की सजा हो सकती है उनकी संख्या 37 है, पांच वर्ष तक संभावित सजा वाले 34 और सात वर्ष संभावित सजा वाले 59 बंदियों को सूचीबद्ध कर कारा महानिरीक्षक को भेज गया है। उन्होंने कहा कि बंदियों को रिहा करने के लिए सरकार के निर्णय पर सबकुछ निर्भर करता है। सरकार का जिसप्रकार का आदेश प्राप्त होगा, उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। उसी की प्रतीक्षा की जा रही हैं।
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जेल परिसर को दमकल से किया गया सैनिटाइज
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कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए शुक्रवार को मंडल कारा परिसर को नगर परिषद द्वारा दमकल के सैनिटाइज किया गया। काराधीक्षक सुरेश चौधरी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखकर लगातार मंडल कारा की साफ-सफाई की जा रही है। नालियों की लगातार सफाई की जा रही है। ब्लीचिग चूना आदि का भी छिड़काव किया जा रहा है। बंदियों की ई- मुलाकाती सिस्टम से परिजनों से बातचीत कराया जा रहा है। कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर जेल प्रशासन पूरी तरह सचेत हैं।