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Wednesday, December 11, 2019

सहरसा:फरीद का शव पहुंचा नरियार, सभी शव का एक साथ निकलेगा जनाजा

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सहरसा। दिल्ली अग्निकांड में मरे नरियार के सात लोगों के शव में से एक फरीद का शव बुधवार की दोपहर एम्बुलेंस से घर पहुंचा। हादसे के चार दिन बाद नरियार पहुंचे फरीद के शव को देखने के लिए गांव के सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई।
लोग फरीद के शव के साथ आए उनके बहनोई निजाकत हुसैन एवं उनके पिता मो अलीम से हादसे की जानकारी सहित आने-जाने में हुई परेशानी व और छह लोगों के शव के बारे में जानकारी लेने में जुटे रहे। शव पहुंचने की सूचना पर प्रखंड विकास पदाधिकारी रचना भारतीय,सीओ कुमारी तोषी, प्रमुख रचना प्रकाश,जदयू नेता अक्षय झा,जिप सदस्य धीरेंद्र यादव सहित अन्य ने पहुंचकर हाल जाना तथा घटना पर दुख प्रकट किया। इस दौरान हादसे में मरे सात लोगों मे से पांच मृतकों के परिजनों को प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी,पंचायत सचिव बालेश्वर सिंह ने पारिवारिक लाभ योजना का चेक सौंपा।
पंचायत सचिव बालेश्वर सिंह ने बताया कि मृतक फरीद के पिता मोहम्मद अलीम,मृतक राशिद की मां नसेरूण खातून, सेजल के मां रुखसाना खातून,ग्यासुद्दीन की मां रुखसाना खातून सहित सुजीन के पत्नी संजूम खातून को परिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया। शेष दो संजर एवं अफजल का नाम तथा उनके परिजनों का नाम बीपीएल सूची में नहीं रहने के कारण इस लाभ से वंचित रखा गया। अन्य सभी सरकारी सहायता मिलने का भरोसा अधिकारी ने दिलाया।

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सिर पर पालिथीन की छत पर बीपीएल नहीं
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इस घटना में बीपीएल की हकीकत भी सामने आ गयी। जिन दो मृतक के परिजनों को बीपीएल सूची में शामिल नहीं रहने के कारण पारिवारिक योजना के लाभ से वंचित रखा गया उसके घर पर छप्पर तक नहीं है। छप्पर की जगह पालिथीन टांग कर जिदगी काटने वाले परिवार का नाम भी बीपीएल सूची में नहीं रहने के कारण वहां मौजूद लोगों ने इसे गरीबी का मजाक उड़ाना बताया। पारिवारीक योजना के लाभ से वंचित संजर तथा अफजल दोनों के परिजनों को ना घर है ना ठिकाना। दिन कमाते हैं तब रात खाते हैं। घर पर पालिथीन देकर गुजर-बसर करने को मजबूर है परिवार। ऐसे में बीपीएल किन लोगों के लिए है समझ से परे है।


अफसाद के जनाजे में उमड़ा नवहट्टा


सहरसा। दिल्ली में हुई आगजनी हादसे में मृत युवक अफसाद का शव मंगलवार की देर रात नवहट्टा पहुंचा। बुधवार को उसके जनाजे में गांव के सैंकड़ों लोग शामिल हुए। नवहट्टा पश्चिम पंचायत वार्ड नंबर नौ निवासी मो. सेफूल का पुत्र मो. अफसाद की मौत जलने के कारण हो गई। उनकी मौत की सूचना मात्र से ही परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। बूढ़े मां-बाप, मासूम बच्चे व पत्नी के चीत्कार से नवहट्टा समेत आसपास के गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। मंगलवार की देर रात मोहम्मद अफसाद का शव नवहट्टा पहुंचा तो बड़ी संख्या में ग्रामीण उसके घर पर जमा हो गए। सुबह उसका जनाजा निकला। नवहट्टा बाजार होते हुए गोपीपुर ईदगाह के जनाजे गाह तक पहुंचा। जहां मुफ्ती मोहिउद्दीन जनाजे की नमाज लोगों को पढ़ाया। नमाज अदा कर के लोग शव को मिट्टी दिया। जिप सदस्य रोजी खान के प्रतिनिधि मंसूर खान, जाप नेता मंजूर आलम, राजद के मकसूद आलम खान, जदयू के इश्तियाक खान, अंसारुल खान, अशफाक खान, पंचायत समिति सदस्य सफीउल्लाह कारी, मजहर खान, पूर्व उप प्रमुख सहाबुल, शौकत, मंसूर आलम आदि शामिल रहे।

अफसाद की पत्नी को पारिवारिक लाभ का दिया चेक।


सहरसा। दिल्ली में जैकेट फैक्ट्री में हुई आगजनी हादसे में मारे गए नवहट्टा के मोहम्मद अफसाद की पत्नी मसीरा खातून को बीडीओ विवेक रंजन ने मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक मंगलवार की शाम सुपुर्द किया। उन्होंने परिवार को संकट की इस घड़ी में धैर्य बनाए रखने तथा सरकार द्वारा मृत युवक के परिवार को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का भरोसा दिया। फूस का घर देखते ही बीडीओ ने प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित करने के लिए आवास पर्यवेक्षक एवं ग्रामीण आवास सहायक को विभागीय प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्देश दिया। इस मौके पर पंचायत सचिव श्यामानंद राम, मुखिया बैजनाथ साह, जिप सदस्य प्रतिनिधि मंसूर आलम खान, अजहर खान आदि भी मौजूद रहे।