भारत और नेपाल के बीच ट्रैवल करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है.असल में नेपाल सरकार ने 200 और 500 रुपये के भारतीय नोट ले जाने पर लगी रोक को आखिरकार हटा ही दिया है.जी हां अब भारत-नेपाल सीमा पार करते समय नेपाली और भारतीय, दोनों देशों के नागरिक अपने साथ 200 और 500 रुपये के नोट रख सकते हैं.असल में यह फैसला खासतौर पर उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है, जो इलाज, बिजनेस, पढ़ाई या घूमने के लिए एक-दूसरे के देश में आते-जाते हैं.
अब नेपाल ले जा सकतें 200 और 500 के नोट
आपको बता दें कि नेपाल सरकार का यह डिसीजन हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया. इसके बाद संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री और सरकार के प्रवक्ता जगदीश खरेल ने इसकी जानकारी शेयर की. उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने भारत की यात्रा के दौरान और नेपाल लौटते समय 200 और 500 रुपये के भारतीय नोट साथ रखने की परमीशन दे दी है. यह रूल अब सभी नेपाली और भारतीय नागरिकों पर समान रूप से अप्लाई होगा.
आरबीआई का फैसला
यह फैसला भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की 28 नवंबर को जारी अधिसूचना के अनुरूप है। RBI की इस अधिसूचना के तहत बांग्लादेश और पाकिस्तान के नागरिकों को छोड़कर कोई भी व्यक्ति भारत से नेपाल या भूटान जाते समय, या वहां से भारत लौटते समय 100 रुपये से अधिक वैल्यू के भारतीय नोट अधिकतम 25,000 रुपये तक अपने साथ रख सकता है.
किन लोगों के लिए खुशी वाला है डिसीजन
नेपाल राष्ट्र बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इस फैसले से नेपाल के उन नागरिकों को काफी सुविधा मिलेगी, जो इलाज, पढ़ाई या अन्य जरूरी कामों से भारत जाते हैं. पहले उन्हें सीमा पर जांच और दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.वहीं, नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए भी यह फैसला राहत भरा है, क्योंकि अब उन्हें छोटी रकम के नोटों तक लिमिट तक नहीं रहना पड़ेगा.
कब लग थी ये रोक
गौरतलब है कि नवंबर 2016 में भारत सरकार ने 500 और 1,000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण (demonetization) किया था. इसके बाद नेपाल ने भी अपने यहां इन भारतीय नोटों के यूज पर रोक लगा दी थी.वैसे नेपाल के केंद्रीय बैंक के मुताबिक, उस समय बड़ी मात्रा में भारतीय नोट नेपाली बैंकिंग सिस्टम में फंस गए थे, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये में थी.अब भारत-नेपाल सीमा से सटे इलाकों के लोग लंबे समय से इस पाबंदी को हटाने की मांग कर रहे थे. सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजमर्रा के लेन-देन, खरीदारी और छोटे व्यापार में भारतीय मुद्रा का लंबा चौड़ा यूज होता है.तो ऐसे में यह फैसला स्थानीय लोगों के जीवन को काफी आसान बना सकता है.
वैसे कुल मिलाकर, नेपाल सरकार का यह कदम दोनों देशों के बीच लोगों के आवागमन, पर्यटन और इकॉनमी एक्टीविटी को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है. सीमा पार करने वालों के लिए अब यात्रा पहले से कहीं ज्यादा सहज और सुविधाजनक हो जाएगी.(Input:ians)
खबर से जुड़े FAQs
1. नेपाल में किन भारतीय नोटों पर लगी रोक हटाई गई है?
नेपाल ने 200 और 500 रुपये के भारतीय नोटों पर लगी पाबंदी हटाई है.
2. यह नियम किन लोगों पर लागू होगा?
यह नियम नेपाली और भारतीय, दोनों देशों के नागरिकों पर लागू होगा.
3. भारत से नेपाल कितनी रकम तक ले जा सकते हैं?
100 रुपये से अधिक मूल्य के नोट अधिकतम 25,000 रुपये तक ले जा सकते हैं.
4. पहले इन नोटों पर रोक क्यों लगी थी?
2016 में भारत में नोटबंदी के बाद नेपाल ने सुरक्षा कारणों से रोक लगाई थी.
5. इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदा किसे होगा?
इलाज, पर्यटन, व्यापार और तीर्थ यात्रा करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा लाभ होगा.