Digital Desk : अक्सर हम बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में आरोप-प्रत्यारोप और तीखी बयानबाजी ही सुनते हैं। कभी 'पल्टीमार' तो कभी 'जंगलराज' जैसे शब्दों का शोर रहता है।
लेकिन आज की खबर थोड़ी अलग है और हर बिहारी के चेहरे पर मुस्कान लाने वाली है। हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सात समंदर पार से एक बड़ा सम्मान मिला है।
जी हां, खबर पक्की है! लंदन (London) स्थित प्रतिष्ठित संस्था ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ (World Book of Records) ने सीएम नीतीश कुमार को एक विशेष ‘बधाई पत्र’ (Congratulatory Letter) भेजा है।
आखिर यह सम्मान क्यों मिला?
अब आप सोच रहे होंगे कि भाई, चुनाव तो बिहार में होते हैं, तो लंदन वालों को क्या पड़ी है? दरअसल, यह सम्मान नीतीश कुमार की राजनीतिक शुचिता (Political Integrity), लोकतंत्र की मजबूती और समाज सेवा में उनके लंबे योगदान के लिए दिया गया है।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का मानना है कि नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में जिस तरह से सुशासन और सामाजिक सुधार (जैसे शराबबंदी, महिला आरक्षण, जीविका दीदी) के लिए कदम उठाए हैं, वो काबिले तारीफ हैं।
कैसे मिला यह सम्मान?
यह सम्मान डाक से नहीं आया, बल्कि बकायदा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारी खुद चलकर पटना के ‘एक अणे मार्ग’ (CM आवास) पहुंचे। संस्था के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और उन्हें यह प्रशस्ति पत्र सौंपा। तस्वीरों में नीतीश कुमार के चेहरे पर वो ‘संतुष्टि’ वाली मुस्कान साफ देखी जा सकती है।
जेडीयू और बिहार के लिए क्या हैं मायने?
यह खबर जेडीयू (JDU) के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है। चुनाव पास हों या दूर, जब नेता को इंटरनेशनल लेवल पर तारीफ मिलती है, तो कार्यकर्ताओं का जोश हाई हो जाता है। पार्टी इसे ‘बिहार मॉडल’ की जीत बता रही है। उनका कहना है कि विरोधियों को अब समझ जाना चाहिए कि ‘नीतीश कुमार’ सिर्फ एक नाम नहीं, एक ब्रांड बन चुके हैं।
भले ही हम राजनीतिक विचारधारा से सहमत हों या न हों, लेकिन जब हमारे राज्य के मुखिया का सम्मान विदेश में होता है, तो सीना गर्व से चौड़ा हो ही जाता है।
वैसे आपको नीतीश कुमार का कौन सा काम सबसे ज्यादा पसंद (या नापसंद) है? कमेंट में अपनी राय रख सकते हैं!