इस मौके पर सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त 10 आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया.
1283 आयुष चिकित्सकों में 685 आयुर्वेदिक, 393 होमियोपैथिक एवं 205 यूनानी चिकित्सक शामिल हैं. कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम की तस्वीरों को अपने एक्स हैंडल से शेयर करते हुए लिखा है, "आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में 1283 आयुष चिकित्सकों (आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक एवं यूनानी) के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हुआ. यह कदम स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में नई प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करेगा तथा पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को और सशक्त करेगा. सभी नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. मेरा विश्वास है कि सभी नवनियुक्त चिकित्सक सेवाभाव के साथ अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करेंगे."
विभिन्न स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापन
बता दें कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए 1283 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है. चयन प्रक्रिया के क्रम में अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए इच्छित जिलों के अनुरूप मेधा सूची एवं रिक्ति उपलब्धता के आधार पर राज्य के सभी 38 जिलों के विभिन्न स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में इनका पदस्थापन किया गया है.
इन सभी नवनियुक्त 1283 आयुष चिकित्सकों को 'राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम' अंतर्गत संचालित 'चलंत चिकित्सा दल' एवं आयुष चिकित्सा सेवा अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी संचालन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता के लिए विभिन्न चिह्नित स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित किया जा रहा है. इससे विद्यालयों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच एवं स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी.
इन नवचयनित आयुष चिकित्सकों के संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापन के पश्चात् स्कूली बच्चों की ससमय स्वास्थ्य जांच कर बीमारी की पहचान एवं उपचार करने में काफी सुविधा होगी. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था और ज्यादा बेहतर होगी. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे.