आलमनगर (मधेपुरा)। विधानसभा चुनाव के बीच आलमनगर थाना क्षेत्र के बजराहा झंडापुर टोला में शुक्रवार की रात चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट और गोलीबारी की घटना हुई। इस दौरान दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए, जिनमें एक पक्ष से मां-बेटा और दूसरे पक्ष से दो लोग शामिल हैं। सभी घायलों का इलाज आलमनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कराया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। दोनों पक्षों के आवेदन पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया है।
पहला पक्ष — वोट देने को लेकर हुआ विवाद
पहले पक्ष के दीपक कुमार मंडल ने थाने में आवेदन देकर बताया कि वह शुक्रवार की शाम बजराहा चौक से पथरा टोला जा रहे थे। इसी दौरान इटहरी पंचायत के झंडापुर टोला वार्ड नंबर 10 निवासी रूपेश कुमार, रितेश कुमार और सुमन उर्फ छोटी ने उन्हें रोक लिया।
रूपेश कुमार ने कहा कि “तुम सब गांव वाले बाहरी को वोट दे रहे हो।” इसी बात पर विवाद बढ़ गया और नीतीश कुमार, संकित कुमार, अंकित कुमार, अभिषेक कुमार समेत कई लोगों ने लाठी-डंडा और लोहे के रॉड से हमला कर दिया।
दीपक के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर उनकी मां रंजू देवी और पड़ोसी बचाने पहुंचे, लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी पीट दिया।
दूसरा पक्ष — “दरवाजे पर अपराधियों के साथ हमला किया”
वहीं, दूसरे पक्ष की श्यामा देवी ने थाने में दिए आवेदन में कहा कि उनका पुत्र सुमन कुमार उर्फ छोटी, अमित कुमार, अंकित कुमार और अन्य युवक बजराहा चौक पर सब्जी लेने जा रहे थे। इस दौरान वीरेंद्र मंडल अपने दरवाजे पर कई लोगों के साथ मौजूद थे और उन्होंने उनके बेटे व साथियों पर जानलेवा हमला कर दिया।
श्यामा देवी ने बताया कि हो-हल्ला सुनकर जब वह बेटे को बचाने पहुंचीं, तो वीरेंद्र मंडल ने उन्हें गाली दी, जमीन पर पटक दिया, और गुरुदेव मंडल, दीपक कुमार, संतोष कुमार, ज्योतिष मंडल, सूरज कुमार, नंदलाल मंडल, सिकंदर मंडल, रंजू देवी, संदीप कुमार, सीता देवी समेत 10–12 लोगों ने मारपीट की।
पुलिस की कार्रवाई
आलमनगर थाना अध्यक्ष ने बताया कि दोनों पक्षों के आवेदन पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है और स्थिति नियंत्रण में है। थाना क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी प्रकार की अशांति या पुनः झड़प को रोका जा सके।