खनन विभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर रहे मृत्युंजय कुमार को सोमवार की शाम सहरसा में बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार दी थी — पेट में दो गोली; घायल अवस्था में उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
⚠️ घटना
- बताया जा रहा है कि मृत्युंजय अपने गांव (सत्तर गांव, बिहरा थाना क्षेत्र) से सहरसा-नगर निगम के त्यक घर संतनगर लौट रहे थे। उसी दौरान, जब वे मत्स्यगंधा के पास थे, एक बाइक पर सवार दो अज्ञात बदमाशों ने उन्हें पीछे से ओवरटेक कर गोली चला दी।
- गोली लगने के बाद उन्होंने परिजनों को फोन कर सूचना दी। उन्हें आनन-फानन में निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई गई थी।
🔎 बाद की कार्रवाई
- घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ, लाइन डीएसपी और सदर थाना अध्यक्ष अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली।
- फोरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया। पुलिस शीघ्र ही आरोपी पकड़ने की दिशा में जुटी है।
💔 मौत — 48 घंटे बाद
घायल डेटा ऑपरेटर का इलाज पटना के एक निजी अस्पताल (Paras Hospital) में चल रहा था। करीब 48 घंटे बाद — इलाज के दौरान — मृत्युंजय कुमार की मृत्यु हो गई।
📌 पर्श्तुति / पृष्ठभूमि
- मृत्युंजय कुमार जमुई जिले में खनन विभाग के कर्मचारी थे, लेकिन छुट्टी लेकर अपने गांव आए थे। घटना के समय वे लौट रहे थे।
- परिवार और परिजनों का कहना है कि उन्हें किसी से कोई विवाद नहीं था। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की तह-तक छानबीन कर रही है।