बताया जा रहा है कि उपेंद्र सिंह पिछले 20 वर्षों से कश्मीर में रहकर पेंटर का काम करता था. दिवाली के मौके पर वह अपने गांव लौटा था. पुलिस को शक है कि वह हथियार तस्करी में शामिल था और चुनाव से पहले किसी बड़ी साजिश की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने उपेंद्र सिंह और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है
इसी कड़ी में मोतीहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने गोपनीय सूचना के आधार पर गोबिंदगंज थाना क्षेत्र के जितवारपुर में एक बड़ी कार्रवाई अंजाम दी।
एसपी के नेतृत्व में करीब 200 पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों ने देर रात ४ घंटे की रेड कर उपेंद्र सिंह और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान उनके आलीशान मकान से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए। बरामदगी में शामिल हैं: 1 कार्बाइन, 1 राइफल, 3 पिस्टल, 1 देसी कट्टा और 100 से अधिक गोलियाँ। इसके अलावा, 2 लाख से अधिक कैश और शराब की बोतलें भी जब्त की गईं।
गिरफ्तार उपेंद्र सिंह पिछले 20 साल से कश्मीर में पेंटर का काम करता था और दिवाली के मौके पर घर आया था। पुलिस पूछताछ में जुटी है और अग्रतर कार्रवाई के तहत हथियार तस्करी और अपराध इतिहास की पड़ताल कर रही है। स्थानीय लोगों की दबी जुबान में चर्चा है कि गिरफ्तार युवक हथियार तस्करी में भी लिप्त हो सकता है।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस के अनुसार, यह रेड तकनीकी शाखा और साइबर डीएसपी, अरेराज डीएसपी और चकिया डीएसपी सहित कई थानों की संयुक्त मुहिम का हिस्सा थी।
इससे पहले भी गंडक नदी से बालू उठाव को लेकर 2009 में दो गुटों के बीच गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसमें गिरफ्तार पर कांड दर्ज हुआ था। इस बार भी पुलिस हथियारों की जांच और संपत्ति जप्ती की प्रक्रिया में जुटी है।
मोतीहारी पुलिस का यह अभियान यह संदेश देता है कि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अपराधी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारी संख्या में हथियार, गोलियाँ और नकदी बरामद होने से क्षेत्र में पुलिस की कार्रवाई की गंभीरता और दहशत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
उपेंद्र सिंह और पत्नी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी है और आगामी दिनों में हथियार तस्करी के मामलों में और बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।