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बिहारीगंज में कोचिंग में पिटाई से छात्र की मौत का आरोप, गांव में मचा कोहराम — गुस्साए स्वजन ने शव को थाना में रख किया हंगामा
पूरी खबर:
मधेपुरा/बिहारीगंज। बिहारीगंज थाना क्षेत्र के राजगंज पंचायत में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। कोचिंग से पढ़कर घर लौटे एक छात्र की अचानक मौत हो गई। मृतक की पहचान राजगंज पंचायत के कोरियारही वार्ड संख्या 5 निवासी संजय कुमार मेहता के 14 वर्षीय पुत्र हिमांशु कुमार के रूप में हुई है।
परिजनों के अनुसार हिमांशु शुक्रवार सुबह ट्यूशन पढ़ने प्रमिला पब्लिक स्कूल सह कोचिंग सेंटर, राजगंज (कार्तिक स्थान के समीप) गया था। जब वह घर लौटा तो अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। आनन-फानन में उसे बिहारीगंज के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया और स्वजन शव को थाना ले जाकर रख दिए। मृतक के पिता संजय कुमार मेहता ने बताया कि हिमांशु गरीबचंद जायसवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिहारीगंज में नवमी कक्षा का छात्र था और पिछले छह माह से रणधीर यादव के कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहा था।
पिता का आरोप है कि गुरुवार को कोचिंग सेंटर से एक छात्रा की साइकिल चोरी हो गई थी, जिसका आरोप उनके बेटे हिमांशु पर लगाया गया। इसी बात को लेकर कोचिंग संचालक रणधीर यादव ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर एक कमरे में उसके बेटे की बेरहमी से पिटाई की। पिटाई से आंतरिक चोट लगने के कारण उसकी मौत हुई है।
दूसरी ओर, कोचिंग संचालक रणधीर यादव ने मारपीट के आरोप से इनकार किया है।
इधर, बेटे के शव के पास बैठी मां सुशीला देवी बिलखते हुए कह रही थीं — “कोचिंग संचालक ने मेरे बेटे को मार डाला, मेरा सहारा छीन लिया। हमने खेतों में मजदूरी करके उसे पढ़ाया, लेकिन अब वो कभी नहीं लौटेगा।”
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ अविनाश कुमार दल-बल के साथ बिहारीगंज थाना पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू करवाई। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेजा गया है। आवेदन मिलने पर केस दर्ज कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
इस दर्दनाक घटना से पूरे राजगंज पंचायत में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने कोचिंग संस्थानों की निगरानी बढ़ाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।