उत्तरी बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में पिछले चार-पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण इस सीजन में पहली बार कोसी का रौद्र रूप दिखा। रविवार शाम पांच बजे तक कोसी बराज से रिकॉर्ड पांच लाख 33 हजार 540 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सुपौल सदर, मरौना, किशनपुर और सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।
सोमवार तक सुपौल में सौ से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका था। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता संजीव शैलेश ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है।
अभियंताओं की टीम गश्त कर रही है। कोसी में रविवार को अत्यधिक पानी छोड़े जाने से सहरसा के चार प्रखंडों की लगभग 30 पंचायतों के सैकड़ों गांवों में बाढ़ के पानी से लोग जूझ रहे हैं। बाढ़ के कारण हजारों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो गई है। वहीं तटबंध के अंदर 12 से अधिक स्कूलों में पानी घुसने से स्कूलों को डीएम ने दो दिनों के लिए बंद करने का निर्देश दिया है।
परमान नदी के टूटे बांध के पानी ने मचाई तबाही
परमान नदी का बांध टूटने से फारबिसगंज प्रखंड के पिपरा पंचायत स्थित टप्पू टोला समेत आसपास के तीन टोले पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं। रविवार देर रात करीब 15 से 25 फीट तक बांध टूटने से पानी ने दर्जनों गांवों में तबाही मचा दी। देखते ही देखते सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। जोगबनी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक से आंशिक रूप से ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है।
किशनगंज-कटिहार में भी बाढ़ आने से सहमे लोग
किशनगंज में महानंदा और कनकई नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से कोचाधामन प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। कनकई नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कैरीबीरपुर पंचायत के कई गांवों के सैकड़ों घर बाढ़ से घिर गए हैं। कटिहार में नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। महानंदा नदी का जलस्तर 90 सेमी, गंगा का जलस्तर 15 सेमी, कोसी के जलस्तर में 24 सेमी की वृद्धि हुई है।
पश्चिम चंपारण के स्कूलों में पानी, पढ़ाई ठप
पश्चिम चंपारण की सिकटा, माजर, धुतहां, सदभावका, करताहा व ओरिया नदी का तांडव सिकटा प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्रों में जारी है। सिकटा पंचायत के कई गांव पानी से घिर हैं। एक दर्जन से अधिक स्कूलों में बाढ़ का पानी घुसने से पढ़ाई ठप हो गई है। बगहा शहर में एसपी कार्यालय, पुलिस लाइन में पानी जमा है। गंडक के जलग्रहण क्षेत्रों में पानी बढ़ रहा है।
मुजफ्फरपुर : नेपाल में भारी बारिश से नदियों में उफान
जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश से नदियों में उफान जारी है। इसके कारण पश्चिम व पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व मधुबनी के निचले इलाकों में पानी फैल गया है। मधुबनी के झंझारपुर में कमला बलान नदी लाल निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर में वृद्वि जारी रहने से नवटोलिया गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है।
कमला बलान में निर्माणाधीन पुल का कार्य ठप हो गया है। निर्माण कार्य में लगे कर्मियों व मजदूरों ने कैम्प छोड़कर पश्चिमी तटबंध पर शरण लिया है। शिवहर के तरियानी छपरा के पास बागमती तटबंध में रिसाव होने से आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। सीतामढ़ी में बागमती नदी सभी जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कटौझा और चंदौली में वृद्धि जारी है। बेलसंड और रुन्नीसैदपुर प्रखंड क्षेत्र में तटबंध पर भारी दबाव है। दर्जनों जगह सौली, रूपौली,ओलीपुर, आदि जगहों पर रिसाव हो रहा है।