छठ पूजा पर मातम: मधेपुरा में अलग-अलग हादसों में 9 की मौत, डूबने से सात, पटाखा फटने और तबीयत बिगड़ने से दो ने गंवाई जान
मधेपुरा |
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की खुशियां इस बार मधेपुरा जिले में कई परिवारों के लिए मातम में बदल गईं। जिले के विभिन्न इलाकों में हुए दर्दनाक हादसों में कुल 9 लोगों की मौत हो गई। इनमें सात की मौत डूबने से, जबकि एक की पटाखा फटने से और एक की तबीयत बिगड़ने से हुई।
जानकारी के अनुसार,
गम्हरिया थाना क्षेत्र के औराही एकपड़हा पंचायत के टोका लक्षमीनिया गांव में मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान श्याम मंडल का 14 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार पानी में डूब गया। स्थानीय लोगों ने उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
इसी तरह बिहारीगंज थाना क्षेत्र के सरौनी गांव में शिक्षक मु. इकबाल के जुड़वा पुत्र मु. अरमान और मु. इरकान (13 वर्ष) की नहाने के दौरान डूबकर मौत हो गई। दोनों की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया।
उदाकिशुनगंज नगर परिषद क्षेत्र के हरैली गांव स्थित नदी छठ घाट पर सोमवार को संध्या अर्घ्य के दौरान छुटन पंडित का पुत्र विष्णु पंडित (40 वर्ष) डूब गया।
वहीं चौसा प्रखंड के चिरौरी स्कूल के पास तालाब में राजू पासवान की तीन वर्षीय पुत्री राधा कुमारी की पानी में गिरकर डूबने से मौत हो गई।
मुरलीगंज के जोरगामा पंचायत में सोमवार को वीरेन साह का पुत्र सोनू कुमार (07 वर्ष) डूब गया, जबकि आलमनगर प्रखंड के रतवाना थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगापुर पंचायत के लूटना टोला में देबो सिंह का 12 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार छठ घाट पर डूब गया।
इन सभी घटनाओं से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
इधर, उदाकिशुनगंज प्रखंड के बराही आनंदपुरा पंचायत के बराही वार्ड संख्या 11 में मंगलवार की सुबह पटाखा फोड़ते समय बड़ा हादसा हो गया। हरि ऋषिदेव का पुत्र अनु कुमार (18 वर्ष) पटाखा जलाने के दौरान स्टील का गिलास और बारूद का टुकड़ा उसकी छाती में धंस गया। अस्पताल ले जाते ही उसकी मौत हो गई।
वहीं, मुरलीगंज प्रखंड के जयरामपुर वार्ड संख्या 10 में स्व. सदानंद मंडल का पुत्र मुकेश कुमार (35 वर्ष) अर्घ्य के दौरान अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। परिजन उसे इलाज के लिए हायर सेंटर ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
इन लगातार हुई घटनाओं से पूरे मधेपुरा जिले में छठ का पर्व शोक में बदल गया। परिजनों के आंसू और शोकाकुल माहौल ने उत्सव की सारी रौनक फीकी कर दी।
स्थानीय प्रशासन ने सभी घटनाओं पर दुख व्यक्त करते हुए लोगों से अपील की है कि अगली बार सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करें और बच्चों को घाटों के गहरे हिस्से में जाने से रोकें।