भाई-बहन से बदसलूकी करने वाला इंस्पेक्टर सस्पेंड:कटिहार के रेस्टोरेंट में रूटीन चेकिंग के वक्त पुलिस ने की बहस, बिना बात के चिल्लाने पर कार्रवाई
कटिहार से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें थानाध्यक्ष वर्दी की धौंस दिखाते हुए एक युवक और उसकी बहन से बदसलूकी करते नजर आ रहे हैं। घटना का वीडियो सामने आने के बाद थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव को निलंबित कर दिया गया है। SP ने जांच का आदेश दिया है।
घटना 24 अक्टूबर की बताई जा रही है, वहीं वीडियो 25 अक्टूबर से वायरल हो रहा। पीड़ित पक्ष ने इस वीडियो को अपने X अकाउंट पर डालकर कार्रवाई की मांग की थी। 28 अक्टूबर को इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है।
रेस्टोरेंट में भाई-बहन से पुलिस की पूछताछ
मामला बारसोई रास चौक स्थित BR-11 रेस्टोरेंट का है, जहां एक युवक 24 अक्टूबर की रात 9 बजे अपनी बहन के साथ खाने पहुंचा था। इसी दौरान बारसोई थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। दो-तीन मिनट तक रेस्टोरेंट में चक्कर लगाने के बाद वो भाई-बहन के पास पहुंचे।
युवक से सख्त लहजे में लड़की की तरफ इशारा करते हुए पूछा- 'ये कौन है?' जब युवक ने जवाब दिया कि मेरी बहन है, तो थानाध्यक्ष और भड़क गए। उन्होंने कहा, बहन है तो ऐसे बोलेगा? इस पर युवक ने जवाब दिया कि आप गलत तरीके से पूछ रहे हैं।
रेस्टोरेंट में मचा हड़कंप, लोग सहम गए
थानाध्यक्ष के साथ मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों और महिला पुलिसकर्मियों ने भी रेस्टोरेंट में बैठे लोगों से पूछताछ की। बताया गया, थानाध्यक्ष असामाजिक तत्वों की सूचना पर पहुंचे थे। कुछ देर बाद पुलिस टीम वहां से लौट गई।
घटना के बाद कटिहार पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) ने मामले की जांच अपने स्तर से शुरू की। जांच में पाया गया कि थानाध्यक्ष ने रेस्टोरेंट में बैठे लोगों से अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।
पीड़ित पक्ष ने कहा- हम तो भाई-बहन हैं
इस पूरे मामले पर युवक यश अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, हम दोनों भाई-बहन रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। तभी पुलिस पहुंची और गाड़ियों की चेकिंग के बाद अंदर आ गई। पूछताछ के दौरान पुलिस ऊंची आवाज में बात करने लगी थी। जब हम बाहर निकले तो उन्होंने मेरे पिता का नाम पूछा और फिर हम वहां से निकल गए।
वहीं, घटना का वीडियो सामने आने के बाद SDPO ने कहा, 'पूछताछ के दौरान युवक-युवती संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तू-तू, मैं-मैं की स्थिति बन गई। पुलिस के प्रति अभद्र भाषा के इस्तेमाल का भी आरोप है।'
जांच रिपोर्ट के बाद थानाध्यक्ष सस्पेंड
जांच रिपोर्ट आने के बाद बारसोई थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, इस घटना ने पुलिस की छवि को धूमिल किया है। मामले में आगे की डिपार्टमेंटल कार्रवाई जारी है।
सोशल मीडिया पर तरह-तरह के आ रहे कमेंट्स
इस मामले में सोशल मीडिया पर लोगों ने कठोर कार्रवाई की मांग की थी। एक यूजर ने X पर लिखा था, मामले में लीपापोती न करके दरोगा सार्वजनिक माफी मांगे, तो ज्यादा अच्छा लगता...खाकी का मतलब डर नहीं सुरक्षा का एहसास होता है...
एक शख्स ने CCTV का हवाला देते हुए पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा, वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध है, बाकायदा ऑडियो के साथ और आप सस्पेंड करके करवाई के बजाय नोटिस भेज दे रहे हैं। क्या ये कानून का काम करने का तरीका है? ऐसे किसी रेस्टोरेंट में बैठे लोगों को धमकी, गाली और मारपीट करके निकल जाएगी पुलिस फिर भी बस नोटिस नोटिस खेला होगा।
X पर एक यूजर ने लिखा, ऐसे बर्ताव के लिए कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। CCTV था इसलिए संज्ञान हो पाया है। कृपया उचित कार्रवाई करें, एक सभ्य समाज में ऐसे बर्ताव के लिए कोई जगह नहीं है। जनता के टैक्स के पैसों का सही इस्तेमाल करें और खुद को मालिक न समझे।