बिहार के छात्रों के लिए एक बड़ी राहत और सुनहरा अवसर सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि राज्य सरकार अब स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिलने वाले एजुकेशन लोन पर लगने वाला ब्याज पूरी तरह खत्म कर रही है।
यह घोषणा मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की, जिसे राज्य भर में छात्रों और अभिभावकों ने सराहा है।
सीएम नीतीश ने अपने पोस्ट में लिखा,
"सात निश्चय योजना के तहत बिहार में 12वीं पास छात्र जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए 2 अक्टूबर 2016 से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू है… अब इस योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले एजुकेशन लोन की राशि सभी आवेदकों के लिए ब्याज रहित होगी।"
अब सबके लिए ज़ीरो इंटरेस्ट लोन
अब तक इस योजना के तहत सामान्य छात्रों को 4% ब्याज दर और महिला, दिव्यांग एवं ट्रांसजेंडर छात्रों को 1% ब्याज दर पर अधिकतम ₹4 लाख तक का एजुकेशन लोन दिया जाता था। लेकिन अब यह पूरी तरह ब्याजमुक्त कर दिया गया है। इसका लाभ बिहार के लाखों विद्यार्थियों को मिलेगा जो आर्थिक तंगी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते थे।
चुनाव से पहले युवाओं को साधने की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नजदीक आते ही नीतीश सरकार का यह कदम राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है। इससे न केवल शिक्षा के क्षेत्र में राज्य की छवि बेहतर होगी, बल्कि युवा मतदाताओं के बीच भी सरकार की पकड़ मजबूत होगी।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की पृष्ठभूमि
यह योजना वर्ष 2016 में 'सात निश्चय' कार्यक्रम के तहत शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य था कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र भी इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट, कानून, नर्सिंग जैसी उच्च स्तरीय पढ़ाई कर सकें। अब तक इस योजना के तहत लाखों छात्र लाभान्वित हो चुके हैं।