”बकवास मत करो, तुम आरएसएस के हो क्या?”
तेज प्रताप ने नाराजगी जताते हुए कहा- "यहां बकवास मत करो, तुम आरएसएस के हो क्या? अभी पुलिस पकड़कर ले जाएगी. जनता की सरकार रहती है, किसी व्यक्ति विशेष की नहीं. घमंड में जो रहेगा वो जल्दी गिरेगा. नौटंकी करोगे तो रोजगार नहीं मिलेगा." इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
'भगवान ने दिया एक और मौका'
सभा में तेज प्रताप ने अपने राजनीतिक सफर पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनकी 'टीम तेज प्रताप' को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भगवान ने उन्हें दोबारा खड़ा होने का मौका दिया है. उन्होंने कहा, "हमें किसी पद या मुख्यमंत्री बनने का लालच नहीं है. जो अपना किसी का नहीं हुआ, वो जनता का क्या होगा. भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि कर्म ही प्रधान है. हम बिल में छिपकर बैठने वालों में से नहीं हैं."
लालू यादव ने निकाला था पार्टी से बाहर
गौरतलब है कि मई में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार, दोनों से निकाल दिया था. लालू ने कहा था कि तेज प्रताप का निजी आचरण और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार परिवार और पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है. इसके बाद उन्हें छह साल के लिए आरजेडी से निष्कासित कर दिया गया.
तेज प्रताप की सक्रियता और नए समीकरण
पार्टी से निकाले जाने के बाद भी तेज प्रताप लगातार सभाओं और यात्राओं में सक्रिय दिख रहे हैं. वे बार-बार यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वे किसी पद के लालची नहीं, बल्कि जनता के मुद्दों के लिए मैदान में हैं. हालांकि, जहानाबाद की सभा में हुई इस घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया कि यादव परिवार की आंतरिक खींचतान चुनावी माहौल में भी गूंजती रहेगी.