अकबरपुर (नवादा)। बिहार में नवादा जिले के नेमदारगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस से लेकर ग्रामीणों तक को हैरान कर दिया है। दो सहेलियों के 'गायब' होने से शुरू हुआ यह मामला एक अनोखी 'शादी' की कहानी में बदल गया।
घटना 19 जुलाई 2025 की है। गांव के एक शख्स की 16 वर्षीय बेटी अपनी 15 वर्षीय सहेली के साथ स्थानीय हाई स्कूल में मार्कशीट लेने गई थी। परिजनों को लगा कि दोनों लौट आएंगी, लेकिन शाम होते-होते चिंता बढ़ गई।
खोजबीन और रिश्तेदारों से पूछताछ के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला तो 21 जुलाई को नेमदारगंज थाने में प्राथमिकी (थाना कांड संख्या 259/25) दर्ज कराई गई।
जांच में पता चला कि दोनों अकेली नहीं थीं, बल्कि उनके साथ एक और लड़की भी थी, जो हिसुआ थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। तीनों किसी के बहकावे में नहीं, बल्कि अपनी 'फिल्मी प्लानिंग' के तहत घर से भागी थीं।
कहानी में मोड़
पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सबको चौंका दिया है। तीनों ने आपस में एक 'परिवार' बना लिया था- 16 वर्षीय लड़की पति की भूमिका निभा रही थी, दूसरे गांव की लड़की पत्नी बन गई थी।
इसके अलावा 15 वर्षीय लड़की ने देवर की 'जिम्मेदारी' संभाली हुई थी। तीनों लड़कियों भागकर गुजरात के सूरत शहर में पटेल नगर स्थित एक कपड़ा मिल में काम कर रही थीं और वहां पति-पत्नी-देवर की तरह रह रही थीं।
संयुक्त अभियान में बरामदगी
सूरत पुलिस और नेमदारगंज पुलिस के संयुक्त अभियान में तीनों को कपड़ा मिल से बरामद कर मंगलवार को नवादा के नेमदारगंज थाने लाया गया।
नेमदारगंज थाने के प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि नवादा कोर्ट में तीनों का धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।
इस घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं- कोई इसे 'दोस्ती की हद' बता रहा है, तो कोई इसे 'फिल्मी प्रेम कहानी'।
इस रिश्ते का भविष्य क्या होगा, यह कहना तो मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि नवादा जिले के एक गांव की कहानी अब इलाके की 'मशहूर कहानी' बन चुकी है।