मधेपुरा। जिले के जजहट सबैला स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने एक महिला के पेट से लगभग एक किलोग्राम बालों का गुच्छा सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर बाहर निकाला। महिला बीते तीन वर्षों से पेट दर्द से परेशान थी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण सही इलाज नहीं करवा पा रही थी।
जानकारी के अनुसार, सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बलजोरा गांव निवासी 22 वर्षीय महिला को करीब तीन वर्षों से पेट में लगातार दर्द, भूख न लगना, उल्टी आना और पेट भारी रहने जैसी समस्याएं हो रही थीं। पहले लोग इसे मामूली दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते थे, लेकिन पिछले चार महीनों से महिला को तेज दर्द होने लगा। परेशान होकर उसके पति उसे त्रिवेणीगंज के एक डॉक्टर के पास ले गए। जांच के बाद डॉक्टर ने दवाएं दीं और सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। इसके बाद परिजन उसे मधेपुरा के पथराहा स्थित पाटलिपुत्रा हॉस्पिटल लेकर पहुंचे।
सीटी स्कैन में हुआ खुलासा
अस्पताल के निदेशक व सर्जन डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि महिला की सीटी स्कैन और एब्डोमिनल यूएसजी जांच करवाई गई, जिसमें पता चला कि उसके पेट के आमाशय (स्टमक) में बालों का बड़ा गुच्छा जमा हो गया है। इसे मेडिकल भाषा में ट्राइकोबेजोआर कहा जाता है, जो एक दुर्लभ मानसिक स्थिति के कारण होता है। डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यह स्थिति तब बनती है जब किसी व्यक्ति को बाल खाने की आदत लग जाती है। पाचन तंत्र बालों को पचा नहीं पाता, जिससे बाल पेट में इकट्ठा होकर बड़ा और कठोर गुच्छा बना लेते हैं। समय रहते इलाज न होने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
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27 जून को हुआ सफल ऑपरेशन
महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। 27 जून को ऑपरेशन कर महिला के पेट से लगभग एक किलो वजन का बालों का गुच्छा बाहर निकाला गया। डॉक्टरों के अनुसार, यह ऑपरेशन जिले में अपनी तरह का पहला और दुर्लभ मामला है। यदि कुछ और समय निकल जाता तो महिला की जान भी जा सकती थी।फिलहाल महिला की स्थिति स्थिर है और वह रिकवरी की प्रक्रिया में है। डॉक्टरों ने परिजनों को सलाह दी है कि महिला को मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से भी परामर्श दिलवाया जाए, ताकि वह दोबारा इस आदत का शिकार न हो।