Kosi Live-कोशी लाइव बिहार में क्रिकेट की बहार, छा गया वैभव सूर्यवंशी का दोस्त, 13 साल की उम्र में जड़ी ट्रिपल सेंचुरी - Kosi Live-कोशी लाइव

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Tuesday, June 17, 2025

बिहार में क्रिकेट की बहार, छा गया वैभव सूर्यवंशी का दोस्त, 13 साल की उम्र में जड़ी ट्रिपल सेंचुरी

Vaibhav Suryavanshi Friend Ayan Raj Hits Triple Century: बिहार के क्रिकेट में एक नई सुबह दिखाई दे रही है. वैभव सूर्यवंशी की सफलता की कहानी ने जिस चिंगारी को जलाया था, अब मुजफ्फरपुर के अयान राज ने उसमें अब और ईंधन डाल दिया है.

आईपीएल 2025 में 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से देश-दुनिया को चौंकाया ही था कि अब उनके ही बचपन के दोस्त अयान राज ने भी धमाकेदार प्रदर्शन कर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. महज 13 साल की उम्र में अयान ने मुजफ्फरपुर जिला क्रिकेट लीग में 30 ओवर के मुकाबले में 327 रनों की नाबाद और विस्फोटक पारी खेली है. इस पारी में उन्होंने 41 चौके और 22 छक्के जड़ते हुए 296 रन तो केवल बाउंड्री से ही हासिल कर लिए.

134 गेंदों में तिहरा शतक, 244 का स्ट्राइक रेट

अयान राज ने यह करिश्मा संस्कृति क्रिकेट एकेडमी की ओर से खेलते हुए किया. उन्होंने 134 गेंदों में नाबाद 327 रन बनाते हुए स्ट्राइक रेट 244 का रखा. बल्लेबाजी का अंदाज ऐसा था कि गेंदबाज सिर्फ दर्शक बनकर रह गए. अयान की यह पारी बिहार के क्रिकेट इतिहास में स्कूली स्तर पर अब तक की सबसे विस्फोटक पारियों में गिनी जा रही है. उनकी इस पारी की बदौलत उनकी पूरी टीम ने 4 विकेट खोकर 427 रन बनाए. एक तरफ समस्तीपुर से वैभव सूर्यवंशी ने इंटरनेशनल लेवल पर पहचान बनाई है, तो दूसरी ओर मुजफ्फरपुर का यह 13 वर्षीय बच्चा अब उसी राह पर कदम बढ़ा चुका है. इन दोनों खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती.

 Vaibhav suryavanshi and ayan raj. Image: x.

वैभव सूर्यवंशी प्रेरणा भी और रिश्तेदार भी

अयान राज और वैभव सूर्यवंशी न सिर्फ अच्छे दोस्त हैं, बल्कि रिश्तेदार भी हैं. दोनों ने बचपन में साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था और एक-दूसरे की सफलता से प्रेरणा लेते हुए लगातार आगे बढ़ते रहे. वैभव सूर्यवंशी ने जहां आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाकर सुर्खियां बटोरीं, वहीं अब अयान भी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने को तैयार हैं. अयान ने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा, "जब भी वैभव भाई से बात करता हूं, एक खास एहसास होता है. वो मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं."

 Vaibhav suryavanshi and ayan raj. Image: x.

क्रिकेट ही जीवन है: 3 साल की उम्र में थामा था बल्ला

अयान के पिता दिनेश कुमार बताते हैं कि बेटे ने महज 3 साल की उम्र में बल्ला थाम लिया था. बचपन में क्रिकेट के दौरान उसे सिर पर चोट भी लगी थी, लेकिन इसके बाद भी उसने खेलना नहीं छोड़ा. आज वह राइट हैंड बैटर के साथ-साथ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं. आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला यह खिलाड़ी अब क्रिकेट को ही अपना जीवन मान चुका है. अयान का सपना है टीम इंडिया के लिए खेलना. जिला क्रिकेट लीग में इस धमाकेदार पारी के बाद वह एमडीसीए के बल्लेबाजों की सूची में 36.74 अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गए हैं. इस लीग में हर्षित कुमार दूसरे स्थान पर हैं. अयान का अगला लक्ष्य अब राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर पर जगह बनाना है.