यह घटनाक्रम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच सीमा सुरक्षा बल के एक जवान को रेंजर्स की ओर से हिरासत में लिए जाने के करीब एक हफ्ते से ज्यादा समय के बाद हुआ है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर को फोर्स के राजस्थान फ्रंटियर ने हिरासत में लिया है.
बीएसएफ ने दर्ज कराया विरोध
वहीं, बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को पाकिस्तानी रेंजर्स ने 23 अप्रैल को पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से पकड़ा था और भारतीय सेना के कड़े विरोध के बावजूद उन्होंने उसे सौंपने से इनकार कर दिया था. बीएसएफ ने पंजाब में गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर जाने के बाद एक जवान को पकड़े जाने के मामले में पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष विरोध दर्ज कराया है.
पाकिस्तान नहीं दे रहा बीएसएफ जवान की जानकारी
इससे पहले दोनों ओर से इस तरह की अनजाने में सीमा पार करने की घटनाओं को तुरंत सुलझा लिया जाता था, लेकिन इस बार पाकिस्तानी पक्ष जवान के ठिकाने और वापसी की तारीख के बारे में कुछ नहीं कर रहा है, जो पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण हो सकता है. अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स को एक विरोध पत्र भेजा गया है, लेकिन उन्होंने जवान के ठिकाने और वापसी की तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.
दोनों पक्षों के बीच करीब 4-5 फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन उसकी वापसी पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि जवान को लाहौर-अमृतसर सेक्टर में रेंजर्स के बेस पर ले जाया गया है और जल्द ही उसे बीएसएफ को सौंपा जा सकता है. उन्होंने बताया कि रेंजर्स ने चुप्पी साध रखी है और न तो कोई विरोध पत्र जारी किया है और न ही उसकी स्थिति के बारे में बताया है.