Crime News: बिहार के अररिया से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. हरियाणा में रह रही बिहार की एक लड़की को ट्रेन में नशा सुंघाकर अगवा कर लिया गया. उसे देह व्यापार में जबर धकेला जा रहा था.
हालांकि फारबिसगंज थाने की पुलिस ने समय रहते लड़की को रेड लाइट एरिया से सकुशल बरामद कर लिया. यह मामला संगठित मानव तस्करी गिरोह से जुड़ा है.
फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह के बयान पर 12 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गिरोह के सदस्यों ने लड़की को किशनगंज, सहरसा, सुपौल सहित कई जिलों में जगह बदल-बदलकर रखा. बाद में उसे फारबिसगंज के रेड लाइट एरिया में छिपाया गया. अररिया एसपी अंजनी कुमार को जैसे ही जानकारी मिली, उन्होंने फारबिसगंज थानाध्यक्ष के नेतृत्व में छापेमारी दल बनाया.
इस दल में पुलिस अवर निरीक्षक कुमारी बबीता, आदित्य किरण, राजनंदिनी सिन्हा, प्रीति कुमारी, अमित राज, आकाश कुमार और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. बीते रविवार (04 मई, 2025) शाम को फारबिसगंज रेफरल रोड, रामपुर उत्तर पंचायत के वार्ड नंबर-3 से लड़की को बरामद किया गया.
कोर्ट में दर्ज कराया गया लड़की का बयान
बताया जाता है कि लड़की को बरामद करने के बाद पुलिस ने उसका मेडिकल टेस्ट करवाया. कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया गया. थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह ने फारबिसगंज थाने में कांड संख्या 218/25 दर्ज कराया है. इसमें धारा 111, 98, 99, 70(1), 115(2), 109, 124(1), 3(5) बीएनएस और आईटीपीए एक्ट की धारा 3, 4, 5, 6 लगाई गई है.
थानाध्यक्ष ने बताया कि यह गिरोह कई जिलों और राज्यों में फैला है. लड़कियों को बहला-फुसलाकर, नशा देकर अगवा किया जाता है. फिर उन्हें प्रताड़ित कर देह व्यापार में धकेला जाता है. मना करने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है. चेहरे और शरीर पर केमिकल फेंककर डराया जाता है. जबरन देह व्यापार करवाकर ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती है. उधर लड़की ने बताया कि गिरोह के पास और भी कई लड़कियां अलग-अलग जगहों पर कैद हैं.