पुर्णिया जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। घटना केहाट थाना क्षेत्र के प्रभात कॉलोनी डॉनर चौक की है, जहां एक 60 वर्षीय वकील 50 वर्षीय डॉक्टर की पत्नी को लेकर फरार हो गया।
पीड़ित डॉक्टर ने पत्नी के लापता होने की सूचना थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। आखिरकार पुलिस ने कार्रवाई कर दोनों को सहरसा जिले से बरामद कर लिया।
बचपन के प्यार ने लिया गंभीर मोड़
जांच में जो तथ्य सामने आए, वे हैरान करने वाले हैं। वकील संजीव कुमार, जो सहरसा जिले के प्रोफेसर कॉलोनी गंगाजला का निवासी है और डॉक्टर की पत्नी बचपन के क्लास फ्रेंड थे। दोनों के बीच वर्षों से प्रेम संबंध था, जो समय के साथ छिपकर जारी रहा। वकील संजीव ने खुद पुलिस को दिए बयान में स्वीकार किया कि हम दोनों बचपन से एक-दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन परिवारवालों ने हमारी शादी नहीं होने दी और उसे डॉक्टर से विवाह करवा दिया गया। इसके बावजूद हमारा संपर्क बना रहा।
गायब हुई पत्नी, परेशान पति ने दी पुलिस को सूचना
पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी 11 मई को दोपहर एक बजे के आसपास बैग और पर्स लेकर घर से निकली, लेकिन रात आठ बजे तक घर नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बावजूद जब उसका कोई पता नहीं चला, तो उन्होंने केहाट थाने में लिखित आवेदन देकर अपहरण का मामला दर्ज कराया।

डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी छिपकर वकील संजीव कुमार से लगातार फोन पर संपर्क में रहती थी। कई बार जब वह क्लिनिक में रहते थे, तो उनकी पत्नी चोरी-छिपे संजीव से मुलाकात करती थी। उन्होंने संजीव कुमार का मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया।
सहरसा से दोनों को किया गया बरामद
केहाट थाना प्रभारी उदय कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान दोनों को सहरसा से बरामद किया गया। डॉक्टर की पत्नी का न्यायालय में धारा 183 और 184 के तहत बयान दर्ज कराया जा रहा है। आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर निर्भर करेगी।
सामाजिक रिश्तों और पारिवारिक व्यवस्था पर उठे सवाल
डॉक्टर और उनकी पत्नी के तीन बच्चे हैं, दो एमबीबीएस बेटे और एक बेटी। इस घटना ने न सिर्फ पारिवारिक रिश्तों की गहराई को उजागर किया, बल्कि दिखाया कि बीते हुए रिश्ते कभी-कभी वर्तमान को भी पूरी तरह बदल सकते हैं।
बचपन के प्यार ने लिया गंभीर मोड़
जांच में जो तथ्य सामने आए, वे हैरान करने वाले हैं। वकील संजीव कुमार, जो सहरसा जिले के प्रोफेसर कॉलोनी गंगाजला का निवासी है और डॉक्टर की पत्नी बचपन के क्लास फ्रेंड थे। दोनों के बीच वर्षों से प्रेम संबंध था, जो समय के साथ छिपकर जारी रहा। वकील संजीव ने खुद पुलिस को दिए बयान में स्वीकार किया कि हम दोनों बचपन से एक-दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन परिवारवालों ने हमारी शादी नहीं होने दी और उसे डॉक्टर से विवाह करवा दिया गया। इसके बावजूद हमारा संपर्क बना रहा।
गायब हुई पत्नी, परेशान पति ने दी पुलिस को सूचना
पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी 11 मई को दोपहर एक बजे के आसपास बैग और पर्स लेकर घर से निकली, लेकिन रात आठ बजे तक घर नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बावजूद जब उसका कोई पता नहीं चला, तो उन्होंने केहाट थाने में लिखित आवेदन देकर अपहरण का मामला दर्ज कराया।

डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी छिपकर वकील संजीव कुमार से लगातार फोन पर संपर्क में रहती थी। कई बार जब वह क्लिनिक में रहते थे, तो उनकी पत्नी चोरी-छिपे संजीव से मुलाकात करती थी। उन्होंने संजीव कुमार का मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया।
सहरसा से दोनों को किया गया बरामद
केहाट थाना प्रभारी उदय कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान दोनों को सहरसा से बरामद किया गया। डॉक्टर की पत्नी का न्यायालय में धारा 183 और 184 के तहत बयान दर्ज कराया जा रहा है। आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर निर्भर करेगी।
सामाजिक रिश्तों और पारिवारिक व्यवस्था पर उठे सवाल
डॉक्टर और उनकी पत्नी के तीन बच्चे हैं, दो एमबीबीएस बेटे और एक बेटी। इस घटना ने न सिर्फ पारिवारिक रिश्तों की गहराई को उजागर किया, बल्कि दिखाया कि बीते हुए रिश्ते कभी-कभी वर्तमान को भी पूरी तरह बदल सकते हैं।