पाकिस्तानी सेना में हाल ही में बड़ा विवाद हुआ है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर बड़ा संकट आ गया है। इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना में अंदरूनी घमासान शुरू हो गया है। सैनिकों पर मानसिक दबाव बढ़ गया है और सैन्य अधिकारियों के बार-बार बदलते आदेशों से उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है। इस वजह से 250 से ज्यादा सैन्य अधिकारियों और 1200 से अधिक सैनिकों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे से पाकिस्तानी सेना की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल उठने लगे हैं।
भारत-पाक सीमा पर खतरा बढ़ा
पाकिस्तानी सेना की यह मुश्किल स्थिति भारत-पाक सीमा पर भी एक बड़ी चुनौती बन सकती है। सैनिकों के इस्तीफे और सेना में असमंजस के कारण पाकिस्तान की सैन्य तैनाती पर असर पड़ा है। पाकिस्तान के 11वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उमर अहमद बुखारी ने इस समस्या को लेकर चिंता जताई है और सेना मुख्यालय को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि इस संकट के कारण सैनिकों में तनाव बढ़ रहा है और वे मानसिक थकान का सामना कर रहे हैं। सैनिकों को बार-बार आदेश बदलने से असमंजस और दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तानी सेना की चेतावनी
पाकिस्तानी सेना ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है और इस्तीफा देने वाले अधिकारियों और सैनिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। हालांकि अब पाकिस्तानी सेना की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं, खासकर जब सीमा पर तनाव बढ़ रहा है। यह संकट पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है और अब यह जरूरी हो गया है कि पाकिस्तानी सेना अपनी स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाए।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर बयान
भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि अगर भारत ने कोई गलती की तो पाकिस्तान उसे पूरी तरह से जवाब देने के लिए तैयार है। उनका यह बयान दिखाता है कि पाकिस्तान कड़ा जवाब देने की योजना बना रहा है। लेकिन पाकिस्तान की सेना की अंदरूनी समस्याएं अब एक बड़ा सवाल बन चुकी हैं।