बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने सहरसा जिले की प्रसिद्ध मत्स्यगंधा झील के विकास के लिए 97.61 करोड़ रुपये और कैमूर जिले में करमचक ईको-टूरिज्म एडवेंचर हब विकसित करने के लिए 49.51 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। मत्स्यगंधा झील में राजगीर के बाद राज्य का दूसरा ग्लास ब्रिज विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।
डिप्टी सीएम चौधरी ने उत्तर और दक्षिण बिहार में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कुल 147.12 करोड़ से अधिक की राशि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पर्यटन मंत्री वीरेंद्र सिंह शेखावत को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं और संरचना के विकास से दोनों जिलों में स्थानीय लोगों को हस्तशिल्प, होटल और परिवहन जैसे क्षेत्रों में हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
चौधरी ने बताया कि केंद्रीय सहायता की राशि से मत्स्यगंधा झील परिसर में गोलाकार ग्लास ब्रिज, घाट, टॉयलेट ब्लॉक, फूड कोर्ट, पार्किंग, म्यूजिकल फाउंटेन, लाइट एंड साउंड शो और सेल्फी प्वाइंट जैसी 22 आकर्षक संरचनाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि कैमूर में 49.12 करोड़ रुपये से बनने वाला ईको-टूरिज्म एडवेंचर हब साहसिक पर्यटन में रुचि रखने वालों को नया रोमांचक अनुभव देने के लिए आकर्षित करेगा।
वैश्विक स्तर पर होगा बिहार के दो पर्यटन केंद्रों का विकास : नीतीश मिश्रा
पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने 2024-25 के लिए बिहार को विशेष सहायता के अंतर्गत दो पर्यटन केंद्रों के वैश्विक स्तर पर विकास योजना को मंजूरी प्रदान की है। नीतीश मिश्रा, पर्यटन मंत्री, बिहार सरकार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष सहायता के अंतर्गत पर्यटन केंद्र के वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित विकास की इस विशेष योजना को स्वीकृति प्रदान की है। इसके तहत सहरसा के मत्स्यगंधा झील का 97.61 करोड़ रुपये से वैश्विक स्तर पर विकास होगा।
वहीं, रोहतास-कैमूर की सीमा पर स्थित के करमचट डैम को 49.51 करोड़ रुपये की राशि से इको एवं एडवेंचर टूरिज्म के हब के तौर पर विकसित किया जाएगा। माननीय मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य के पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाने हेतु सतत प्रयास किया जा रहा है, जिसे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार भी विशेष सहायता देने का कार्य कर रही है। इस हेतु हम केंद्र सरकार को विशेष तौर पर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को धन्यवाद देते हैं।